रायपुर/ भाजपा द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री स्व अटलबिहारी बाजपेयी की प्रतिमा के लिए प्रदेश के दस हजार गावो से मिट्टी एकत्रित किये जाने की घोषणा पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि अटल जी के अस्थि कलश को सामने रख कर ठहाके लगाने वाले अपने ही नेता की मौत को चुनावी प्रचार का माध्यम बनाने में लगे हैं। भाजपाई अटल जी के प्रति श्रद्धाभाव से नही राजनैतिक स्वार्थ के लिए यह प्रोपोगंडा कर रहे है। इस प्रकार का आचरण कर लोगो का भावनात्मक शोषण करने का भाजपा का पुराना इतिहास रहा है। इसके पहले भी भाजपाइयों ने अयोध्या में भगवान राम का मंदिर बनाने के लिए देश भर के 4 लाख 49 हजार चार सौ इक्यासी गावो में श्री राम शिला पूजन का कार्यक्रम करने की नौटँकी करके देश भर से एक एक ईंट और चन्दा एकत्रित किया था। डेढ़ दशक से भी अधिक समय बीत गया भगवान राम के नाम से एकत्रित की गई इन ईंटो और हजारों करोड़ रुपयों का हिसाब देने को कोई भाजपा नेता तैयार नही है । भाजपा ने अटल बिहारी के सिद्धांतों को उसी दिन तिलांजली दे दिया था जब से उसने अपना परचम नरेंद्र मोदी और अमित शाह को थमा दिया। भाजपाइयों में स्व. अटल बिहारी बाजपेयी के प्रति थोड़ी भी श्रद्धा बची हो तो सबसे पहले वे नरेंद्र मोदी और अमित शाह का परित्याग करें । गुजरात दंगों के समय मोदी के आचरण से व्यथित हो कर अटल जी ने मोदी को राजधर्म का पालन करने का नसीहत दिया था । नौ वर्षो तक रुग्णावस्था में नेपथ्य में एकांकी जीवन व्यतीत कर रहे बाजपेयी को भाजपा भुला बैठी थी अब चुनावी लाभ के लिए उनकी मृत्यु के बाद सैकड़ो अस्थि कलश निकालती है , उनकी प्रतिमा के लिए मिट्टी संकलित करने की ड्रामे बाजी कर भाजपा स्व अटलबिहारी बाजपेई का मखौल बना रही है।