रायपुर, प्रदेश में मौसमी बीमारियों के नियंत्रण एवं उपचार के लिए स्वास्थ्य विभाग के मैदानी अमलों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं। स्वास्थ विभाग की सचिव श्रीमती निहारिका सिंह बारिक की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में मौसमी बीमारियोंकी रोकथाम के लिए अस्पतालों और मैदानी क्षेत्रों में पर्याप्त मात्रा में दवाईयों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि सभी अस्पतालों में आवश्यक चिकित्सा उपकरणों की भी उपलब्धता सुनिश्चित कर ली जाए। श्रीमती बारिक ने कहा कि डेंगू प्रभावित क्षेत्रों में तत्काल डेंगू जांच के लिए आरडी-किट और टर्मीफास छत्तीसगढ़ मेडिकल कार्पोरेशन से प्राप्त कर ली जाए। उन्हांेने मौसमी बीमारियों को ध्यान में रखते हुए प्रदेश सभी अस्पतालों मंे पर्याप्त मात्रा में दवाईयां और चिकित्सा उपकरण उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा। बीमारियों के नियंत्रण एवं उपचार के लिए सभी आवश्यक तैयारियों के साथ सतर्क रहने अधिकारियों को निर्देशित किए। अस्पतालों में मांग के अनुरूप पर्याप्त दवाईयां और चिकित्सा उपकरणों की उपलब्धता की ऑनलाइन मानीटरींग करने अधिकारियों को निर्देेश दिए। बैठक में स्वास्थ्य आयुक्त श्री आर. प्रसन्ना, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के मिशन संचालक डॉ. सर्वेश्वर भूरे स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण एवं महामारी के संचालक डॉ. आर. आर. साहनी सहित प्रदेश के सभी 27 जिलों के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ अधिकारी, सिविल सर्जन और जिला कार्यक्रम प्रबंधक उपस्थित थे। बैठक राजधानी रायपुर के एक निजी होटल में आयोजित की गई।
बैठक में श्रीमती बारिक ने नारायणपुर, बीजापुर, सुकमा सहित दूरस्थ वनांचलों में भी स्वास्थ्य व्यवस्था की तैयारियों की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना और मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना के बेहतर क्रियान्वयन के निर्देश दिए। उन्होंने योजना के क्रियान्वयन में लापारवाही करने वाले अधिकृत अस्पतालों के विरूद्ध नियमानुसार कार्रवाई करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। श्रीमती बारिक ने मलेरिया प्रभावित क्षेत्रो में मेडिकेटेड मच्छरदानी वितरण के साथ मलेरिया के उपचार के लिए सभी आवश्य दवाईयां और उपकरण की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
स्वास्थ सचिव ने चिकित्सा व्यवस्था दूरूस्थ करने जिले वार दवाईयांे और उपकरणों की उपलब्धता की जानकारी ली। श्रीमती बारिक ने आपात स्थिाति में बीमारियों के रोकथाम के लिए सतर्कता बरतने के निर्देश दिए। उन्होंने अस्पतालों में ओपीडी और आईपीडी की भी जानकारी ली। पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष और बेहतर काम करने के निर्देश अधिकारियों को दिए।