पूर्व की रमन सरकार के कमीशनखोरी भ्रष्टाचार के कारण छत्तीसगढ़ का खजाना खाली, 50 हजार करोड़ का कर्ज
रायपुर, भाजपा प्रवक्ता श्रीचंद सुंदरानी के आरोपों का कांग्रेस ने जवाब देते हुये प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि जनहित के कार्यो को प्रथामिकता से कर रही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की नेतृत्व वाली कांग्रेस की सरकार पर 15 साल तक कमीशनखोरी भ्रष्टाचार करने में आकंठ तक डूबी रही, भाजपा किस मुंह से आरोप लगा रही है। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की नेतृत्व वाली ही सरकार ने तो शराब का सरकारीकरण किया। शराब बेचने सैकड़ो वर्ष पुरानी आबकारी नीति में परिवर्तन किया। पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह की सरकार ने शराबबंदी का शिगुफ़ा छोड़ शराबबंदी के नाम से जो कमेटी बनाई वो तो राज्य में ज्यादा से ज्यादा सुविधाजनक शराब कैसे बेचे इस योजना पर काम रही थी, जिसके सदस्य भाजपा के विधायक थे। ज्यादा शराब बेचने से मिलने वाली कमीशन और शराब लाबी के चंदे से फलती फूलती भाजपा को अब शराब की बुराइंया नजर आ रही है। जब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार े शराबबंदी की चौतरफा तैयारी कर रही है, सामाजिक, राजनीतिक एवं कानूनी स्तर पर शराबबंदी की तैयारी शुरू है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस की सरकार राज्य में नोटबन्दी की तरह शराबबंदी करने की पक्षधर नही है। मोदी जी की मनमानी से आधी अधूरी तैयारी से लागू की गई नोटबन्दी ने सैकड़ो लोगो की जान ली है। नोटबन्दी के दुष्परिणाम अभी भी दिख रहे है। भाजपा के नेता मंडल अध्यक्ष शराब दुकानों की अहार्ता चलाते थे और रमन सरकार के मंत्री ज्यादा शराब बिक्री पर मिलने वाली कमीशन राशि में हिस्सेदार थे। रमन सरकार के भ्रष्टाचार, कमीशनखोरी के पैसे से रायपुर-दिल्ली में भाजपा के आलीशान कार्यालय बने है। पूर्व रमन सरकार की कमीशनखोरी और भ्रष्टाचार के कारण ही आज छत्तीसगढ़ सरकार का खजाना खाली है और उस पर 50 हजार करोड़ का कर्ज़ चढ़ा हुआ है। पूर्व की भाजपा सरकार ने तो 15 साल में छत्तीसगढ़ के प्रत्येक व्यक्ति को कर्जदार बना दिया।