नागपुर :- (शंकर महाकाली महाराष्ट्र) शहर के नंदनवन थानांतर्गत दिघोरी नाका के पास किराये के मकान में रहने वाली ३८ वर्षीय महिला श्रीमती दुर्गा अशोक कावळे इनकी नाबालिग लड़की कुमारी नंदीनी कावळे पिछले दो माह से घर से लापता हैं.श्रीमती कावळे विधवा हैं.उनके पति श्री अशोक कावळे जो कि खेती करते थे दो साल पहले ही किन्ही कारणोवश उन्होंने आत्महत्या की थी.श्रीमती कावळे के दो बच्चें हैं.पहली बेटी नंदीनी पंद्रह साल की हो रही हैं.वह नौवीं कक्षा में अध्ययनरत थी.वह मां के कामों में हाथ बंटाने और घर की आर्थिक जरुरत को पूर्ण करने के लिए अपने मित्रों के साथ कॅटरिंग के काम पर जाती थी.दूसरा बेटा देवांशु १३ साल का हैं जो ८वीं कक्षा में अध्ययनरत हैं.
घटनाक्रमनुसार नंदनवन नागपुर निवासी श्रीमती जोया खान और उनकी साथी महिलाओं समेत प्रदीप तिवारी इनके कॅटरिंग सर्विस में हमेशा की तरह वह दिनांक २८ मई २०१९ को दोपहर १ बजे काम पर गयी परंतु तब से वह वापस घर लौटकर नहीं आयी.पिडीत विधवा बेसहारा मां के पैरो तले जैसे जमीन ही खिसक गई हो.मां ने हर जगह ढूंढा.लेकिन मासूम बेटी का कुछ भी पता न चला.निराश होकर किसी की मदद लेकर दिनांक ५ जून २०१९ को श्रीमती कावळे ने नंदनवन थाने में बेटी गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई.लेकिन नंदनवन थाने से भी उनको निराशा ही हासिल हुई.हिम्मत न हारते हुए उन्होने कुछ लोगों की मदद से दिनांक १६ जुलाई २०१९ को अजनी के सहायक पुलिस आयुक्त के पास परिमंडल ४ में लिखित रुप से शिकायत दर्ज की.सप्ताह भर बाद दिनांक २२ जुलाई २०१९ को पत्र परिषद भी ली लेकिन किसी भी प्रेस मीडिया ने और पुलिस के आला अफसरों ने कोई भी मदद नहीं की.
श्रीमती कावळे के अनुसार पंद्रह दिन पहले ही बेटी का रायपुर से किसी दूसरे के फोन से फोन आया था.जिसकी सूचना पुलिस को दी जा चुकी हैं.वह अपने रहने का पता भी बता नहीं रही हैं.श्रीमती कावळे ने अपने कुछ रिश्तेदारों को भी बेटी की खोज में रायपूर भेजा था.लेकिन उनको वहां पर भी असफलता ही हाथ लगी.
बेसहारा मां की नाबालिग बेटी के घर से गायब होने के कारण उनका रो रोकर बुरा हाल हैं.आर्थिक परिस्थिती ठीक नहीं होने से वह बेटी की तलाश करने में भी पूरी तरह से टूट चूकी हैं.मां को यह भय सता रहा हैं कि बेटी कहीं गलत हाथों में न पड़ गई हो.यदि ऐसा हुआ या उनकी बेटी के साथ कुछ भी गलत हुआ तो वह पूरी तरह से टूट जाएगी.दो महिने से पुलिस में शिकायत दर्ज करने के बावजूद पुलिस इस गंभीर मामले में चुप्पी साधे हैं.पुलिस चाहे फोन कॉल्स सीडीआर निकालकर तुरंत ही बेटी का पता निकाल सकती हैं परंतु पुलिस दो महिने से हाथ पर हाथ धरे बैठी हैं.
श्रीमती कावळे ने इस गंभीर प्रकरण पर उचित कार्यवाही करने के लिए शीघ्र ही पुलिस आयुक्त के पास जाने का निर्णय लिया हैं.
श्रीमती दुर्गा कावळे ने अपनी खोई हुई नाबालिग बेटी को जल्द ही खोजकर लाने की मांग पुलिस प्रशासन,प्रेस मीडिया और सामाजिक संगठनों से की हैं.