क्या राहुल गांधी को अमोरा आदर्श गौठान लेकर जाएंगे?
रायपुर। भारतीय जनता पार्टी ने प्रदेश सरकार की गौठान योजना की विफलता पर जमकर निशाना साधा है। पार्टी ने सवाल किया है कि बिना सोचे-विचारे गांवों में आदर्श गौठान बनाने की क्या सार्थकता है, यदि उनका उपयोग नहीं हो रहा है।
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता व पूर्व विधायक श्रीचंद सुन्दरानी ने जांजगीर-चांपा जिले की नवागढ़ जनपद पंचायत के ग्राम अमोरा में निर्मित आदर्श गौठान पर ताला लगा होने पर प्रदेश सरकार पर कटाक्ष किया। श्री सुन्दरानी ने कहा कि प्रदेश के जिस पहले गौठान का उद्घाटन खुद मुख्यमंत्री ने किया, उस गौठान का डेढ़ महीने में ही यह हाल है, तो प्रदेश में निर्मित गौठानों की सार्थकता पर सवालिया निशान लगना स्वाभाविक है। अब जबकि यह मामला प्रदेश के प्रतिष्ठित अखबारों में सुर्खियों में आया तब सोशल मीडिया में वे चित्र डाले जा रहे हैं, जिनमें इस गौठान में मवेशी है, जबकि हकीकत यह है कि इससे जुड़ी खबर के साथ एक चित्र प्रकाशित हुआ है, जिससे यह साफ हो रहा है कि इससे पहले तक इस गौठान पर ताला लगा हुआ था और उसमें कोई मवेशी नहीं थे। जाहिर है प्रदेश सरकार और उसके अफसरों ने डैमेज कंट्रोल करने की हास्यास्पद कोशिश करके योजना की विफलता पर खुद ही मुहर लगा दी। आज भूपेश बघेल ने राहुल गांधी को छत्तीसगढ़ आने का न्यौता दिया है क्या राहुल गांधी को अमोरा आदर्श गौठान लेकर जाएंगे?
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता श्री सुंदरानी ने कहा कि प्रदेश सरकार अब अपनी इस योजना में भी विफल हो गई है, फिर भी वह झूठ का सहारा लेकर भ्रम फैलाने में लगी है। गौठान को लेकर सरपंच रामकिशुन कश्यप ने जो खुलासे किए हैं, भुगतान रोके जाने पर अफसोस जताया है, उसके बावजूद सरकार का सच के सामना करने से कतराना शर्मनाक है। दूसरों को आईना भेजकर शक्ल देखने की शर्मनाक नसीहत देने वाले मुख्यमंत्री अब इस आईने में अपनी सरकार की सच्ची शक्ल देख लें। अपने कामकाज को लेकर झूठी वाहवाही बटोरने में लगे प्रदेश के मुख्यमंत्री और उनके सिपहसालार यह मान लें कि सच्चाई पर लाख कोशिशों के बाद भी वे परदा नहीं डाल सकते। तस्वीरें और सरपंच जो सच्चाई बयां कर रहे हैं, उसे नकारकर प्रदेश सरकार फिर फरेब के नए जाल बुनना बंद करें और यह कहावत ध्यान रखे “झूठ बोले कौआँ काटे”।