श्रीनगर : जम्मू कश्मीर में धारा 144 लागू कर दी गई है. कश्मीर में मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को आंशिक रूप से बंद कर दिया गया है. साथ ही राज्य के स्कूलों और कॉलेजों को बंद करने का आदेश दिया गया है. इसके साथ ही तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को तुरंत कश्मीर छोड़ने के लिए कहा गया है.
जम्मू कश्मीर की सड़कों पर अतिरिक्त सुरक्षाबलों को देखा जा रहा है, जम्मू शहर में भी अच्छी खासी तादात में सुरक्षा बलों को देखा जा रहा है. शहर से जुड़ने वाले हाईवे पर सुरक्षाबलों को तैनात किया गया है. इस बीच हालात पर राज्यपाल ने देर रात की डीजीपी और चीफ सेक्रेटरी के साथ बैठक की. राज्यपाल ने चीफ सेक्रेट्री से जम्मू कश्मीर के हर घंटे हालात पर रिपोर्ट मांगी है.
मीडिया में आई खबरों के अनुसार जम्मू कश्मीर में जारी असमंजस की स्थिति के बीच पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुल्ला को नजरबंद कर दिया गया है. नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती के अलावा सज्जाद लोन को भी नजरबंद किया गया है.
नेताओ को नजरबन्द करने पर पीडीपी अध्यक्ष और जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा, ”बीजेपी नेता होने के बाद भी अटल बिहारी वाजपेयी कश्मीरियों के साथ सहानुभूति रखे. आज उनकी कमी को हम सबसे ज्यादा महसूस कर रहे हैं.” महबूबा मुफ्ती, उमर अब्दुल्ला समेत कई नेताओं को घाटी में नजरबंद कर दिया गया है.
कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि अनिश्चितता और भय स्थिति को और खराब करने का काम करता है. सरकार को पारदर्शी ढंग से काम करना चाहिए, लोगों और विपक्षी नेताओं को विश्वास में लेना चाहिए.कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्वीट कर कहा कि कश्मीर में स्थिति वास्तव में चिंताजनक है. सरकार को अपने इरादे स्पष्ट करने चाहिए.
शशि थरूर ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि जम्मू-कश्मीर में क्या चल रहा है? कोई भी गलत काम नहीं करने के बावजूद नेताओं को रातोंरात क्यों गिरफ्तार किया जा रहा है. आपको बता दें कि कश्मीर को लेकर कई दिनों से हलचल है. इस बीच आधी रात को महबूबा मुफ्ती, उमर अब्दुल्ला समेत कई नेताओं को नजरबंद कर दिया गया है. श्रीनगर में धारा 144 लगा दी गई है. जम्मू और घाटी में स्कूल-कॉलेज बंद कर दिये गए हैं.