रायपुर/रायपुर विकास यात्रा का नाम बदलकर अटल विकास यात्रा निकालने जा रहे रमन सरकार पर तीखा प्रहार करते हुए प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि रमन सरकार के विकास के दावों को जनता ने ठुकरा दिया है। विकास यात्रा को किसान मजदूर महिलाएं युवाओं का समर्थन नहीं मिला। भाजपा सरकार की विकास के खोखले दावों को जनता भली भांति समझ गई। विकास यात्रा की असफलता से घबराई भाजपा स्वर्गीय अटल बिहारी बाजपेयी के प्रति जनता की संवेदना को बटोरने अटल विकास यात्रा निकालने जा रही है। निश्चित तौर पर आम जनता अटल बिहारी वाजपेयी का सम्मान करती है लेकिन रमन सरकार के झूठे वादे, विकास के मनगढ़ंत दावो और कमीशनखोरी से बेहाल और त्रस्त जनता का समर्थन विकास यात्रा को कदापि नहीं मिलेगा। भाजपा की विकास यात्रा केवल राजनैतिक प्रचार के लिये अटल जी के नाम का इस्तेमाल और जनता के गाढ़े पसीने की कमाई की बर्बादी है।
15 सालों में भाजपा के बड़े नेताओं की कमाई दसगुनी हुयी लेकिन आम जनता बेहाल
प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने अटल दृष्टिपत्र बनाए जाने पर टिप्पणी करते हुए कहा कि 15 सालों से भारतीय जनता पार्टी की सरकार में कमीशनखोरी भ्रष्टाचार में लिप्त है। भाजपा के बड़े नेताओं की कमाई को दुगनी, चौगुनी, दसगुनी करना ही सरकार की उद्देश्य रह गया है। गरीब, मजदूर, किसानों की आय को बढ़ाने के लिए किसी प्रकार का काम नहीं किया। 2025 में किसानों की आय दोगुनी करने का झूठा वादा कर एक बार किसानों के वोट पाने भाजपा प्रयास कर रही है जो इस बार संभव नहीं है। राज्य में लचर स्वास्थ्य व्यवस्था कानून व्यवस्था शिक्षा व्यवस्था से जनता परेशान है। महिलाएं को सुरक्षा युवाओं को रोजगार देने में भाजपा सरकार विफल है।
छत्तीसगढ़ से गायब 27 हजार महिलाएं कहां है, रमन सिंह बताये?
प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा की 2025 में नवा छत्तीसगढ़ बनाने का दावा करने वाले भाजपा सरकार वाले बताएं इन 15 सालों में छत्तीसगढ़ का विकास क्यों नहीं हुआ? क्यों किसानों की आय दोगुनी नहीं हुई? युवाओं को रोजगार क्यो नहीं मिला? क्यों जनता को बेहतर शिक्षा, सुरक्षा एवं गुणवत्ता पूर्ण चिकित्सा सुविधाएं नहीं मिला? राज्य से गायब 27 हजार महिलाएं कहां है? उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह राज्य के बाहर एवं विदेशों के उद्योगपतियों से एमओयू किये थे। उद्योग स्थापित करने अभी तक उद्योगपतियों ने छत्तीसगढ़ में निवेश नहीं किया है। सिर्फ खोखले दावे हवाबाजी रमन सिंह करते रहे हैं। कई बड़ी कंपनियां जो छत्तीसगढ़ में उद्योग लगाने के इच्छुक थे उनको सरकार की ओर से कोई सहायता नहीं मिल पायी है। मोटे कमीशन की मांग के कारण उद्योगपतियों को छत्तीसगढ़ से पलायन करना पड़ा।