महाराष्ट्र में बाढ़ राहत के लिए मुख्यमंत्री और मंत्री दान करेंगे एक माह का वेतन

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और सभी कैबिनेट मंत्रियों को मुख्यमंत्री राहत कोष (chief minister relief fund) के लिए अपना एक महीने का वेतन दान करने का फैसला किया है

मुम्बई  – ( शंकर महाकाली महाराष्ट्र प्रतिनिधि) बाढ़ से जूझ रहे महाराष्ट्र में अब तक बाढ़ और बारिश की वजह से 43 लोगों की जान चली गई है. राज्य के बाढ़ अन्न- धन्य प्रभावित इलाकों से अभी तक 4 लाख लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला जा चुका है. राज्य में बाढ़ से हुई तबाही को देखते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और सभी कैबिनेट मंत्रियों ने मंगलवार को मुख्यमंत्री राहत कोष (chief minister relief fund) के लिए अपना एक महीने का वेतन दान करने का फैसला किया है.

मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) के एक अधिकारी ने कहा, इस राशि का उपयोग बाढ़ से प्रभावित लोगों को राहत देने और उनके पुनर्वास की सुविधा प्रदान करने के लिए किया जाएगा. इस ऐलान के बाद ही कई मंत्रियों ने मुख्यमंत्री राहत कोष में लाखों रुपये दान में दे दिए. सीएम फडणवीस ने दान देने वाले मंत्रियों और अन्य की तस्वीरें अपने ट्विटर एकाउंट पर शेयर करते हुए उन्हें धन्यवाद दिया.
बाढ़ और बारिश से जुड़ी घटनाओं में 43 लोगों की मौत
महाराष्ट्र में बाढ़ और बारिश से जुड़ी घटनाओं में 43 लोगों की जान चली गई है. बाढ़ ने सतारा, पुणे और सोलापुर जिलों को प्रभावित करने के अलावा पश्चिमी महाराष्ट्र के कोल्हापुर और सांगली जिलों में बड़े पैमाने पर तबाही मचाई है. ठाणे, नासिक, पालघर, रत्नागिरी, रायगढ़ और सिंधुदुर्ग जिलों में भी भारी बारिश हुई है।
अन्य अधिकारी ने बताया कि राज्य में सबसे ज्यादा प्रभावित कोल्हापुर और सांगली जिलों से अभी तक करीब 3.78 लाख लोगों को बचाया जा चुका है. इन जिलों में शनिवार को पानी का स्तर धीरे-धीरे कम होना शुरू हो गया है. उन्होंने बताया, राज्यभर से अभी तक कुल 4,24,333 लोगों को बचाया जा चुका है. इनमें से अकेले कोल्हापुर से 2.33 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया गया है. 69 तहसीलों में कुल 761 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं.