रायपुर । छत्तीसगढ़ सरकार की अटल विकास यात्रा बुधवार 5 सितम्बर से शुरू हो रही है। विकास यात्रा की शुरुआत छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले के डोंगरगढ़ विकासखंड से होगी। राज्यसभा सांसद और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह इसे हरी झंडी दिखाएंगे। शाह कार्यक्रम में शामिल होने बुधवार को सुबह लगभग 11:30 बजे रायपुर विमानतल पहुंचेंगे और दोपहर 12.10 बजे राजनांदगांव पहुंचेंगे। दोपहर 02.30 बजे डोंगरगढ़ पहुंचकर आमसभा को संबोधित करेंगे।
विकास यात्रा के द्वितीय चरण को अटल विकास यात्रा का नाम सरकार ने दिया है। यह यात्रा 5 सितम्बर से शुरु होकर 5 अक्टूबर तक चलेगी। इस दौरान यह भी चर्चा है कि एक महीने में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दो बार प्रदेश का दौरा भी करेंगे।
सरकार के इस आयोजन पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने चुटकी ली है। प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष भूपेश बघेल ने कहा कि, विकास यात्रा शासकीय आयोजन है। इसमें भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष का क्या काम? उन्हें यात्रा को हरी झंडी दिखाने बुलाकर सरकार इसे पार्टी का कार्यक्रम बना रही है।
वहीं मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने इस पर पलटवार करते हुए कहा कि अमित शाह राज्यसभा सदस्य हैं। इसके साथ वे भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। कार्यक्रम में उन्हें नहीं तो क्या कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष को बुलाया जाए।
मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने विकास यात्रा को लेककर कहा कि इस यात्रा का प्रमुख लक्ष्य राज्य सरकार की उपलब्धियों को जनता के बीच लेकर जाना और नवा छत्तीसगढ़ 2025 के दृष्टि पत्र में जनता के विचारों को शामिल करना है। इसके साथ ही प्रदेश के कोने-कोने तक जाकर सरकार के काम-काज का लेखा-जोखा जनता के सामने रखना।
मुख्यमंत्री ने बताया कि अटल दृष्टि पत्र के अनुसार वर्ष 2022 तक सभी छत्तीसगढ़ वासियों का स्वयं का मकान होगा और प्रत्येक नागरिक को गुणवत्तापूर्ण तथा किफायती स्वास्थ्य देख-भाल का अधिकार भी होगा। किसानों की आमदनी दोगुनी कर उन्हें सशक्त बनाया जाएगा और खेती में आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल कृषि उत्पादन को बढ़ाया जाएगा।
उन्होंने बताया कि अटल दृष्टि पत्र के अनुसार वर्ष 2025 तक छत्तीसगढ़ शत-प्रतिशत साक्षर हो जाएगा और शत-प्रतिशत बच्चे स्कूलों में दाखिला लेंगे। इसके साथ ही अपने रजत जयंती वर्ष के आने तक छत्तीसगढ़ शिक्षा गुणवत्ता के मामले में भी देश के पांच शीर्षस्थ राज्यों की श्रेणी में आ जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि, अटल दृष्टि पत्र के संकल्पों के अनुसार वर्ष 2025 तक छत्तीसगढ़ में 15 प्रतिशत से भी कम लोग गरीबी रेखा से नीचे होंगे और वर्ष 2030 तक गरीबी का उन्मूलन भी कर दिया जाएगा। सभी नागरिकों के लिए शुद्ध पेयजल, टेलीफोन सम्पर्क, बेहतर स्वच्छता की सुविधा मिलने लगेगी। कचरा निपटान की भी बेहतर व्यवस्था होगी और प्रदेश के शत-प्रतिशत आंगनबाड़ी केन्द्रों और स्कूलों को शुद्ध पेयजल मिलने लगेगा।