शास्त्रीय नृत्य और संगीत के विकास में राजा चक्रधर सिंह का योगदान अविस्मरणीय: राज्यपाल

राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उईके चक्रधर समारोह के समापन अवसर पर हुईं शामिल

रायपुर,चक्रधर समारोह के समापन अवसर पर आज राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उईके शामिल हुईं। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि 35 वें चक्रधर समारोह के समापन कार्यक्रम में शामिल होते हुए मुझे खुशी हो रही है। सबसे पहले मैं राजा चक्रधर सिंह के संगीत प्रेम को नमन करती हूं। शास्त्रीय नृत्य और संगीत के विकास में राजा चक्रधर सिंह का योगदान अविस्मरणीय है। उन्होंने कला और कलाकारों को काफी प्रोत्साहित किया। उनके समय एक नया घराना स्थापित हुआ, जिसे हम रायगढ़ घराना के नाम से जानते हैं। संगीत प्रेमी राजा चक्रधर सिंह का कत्थक के साथ-साथ संगीत ललित कलाओं और साहित्य के प्रति भी विशेष रूप से अनुराग था।
चक्रधर सम्मान समारोह निश्चित रूप से देश की गौरवमयी कला और संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन में एक सशक्त भूमिका निभा रहा है। पिछले दस दिनों केे सांस्कृतिक आयोजन में देश और प्रदेश के कलाकारों ने बेहद आकर्षक शास्त्रीय एवं लोककला की प्रस्तृतियां दी है। ऐसे आयोजनों से देश की समृद्ध कला, नृत्य, संगीत, वादन और सम्पूर्ण संस्कृति को नई शक्ति और ऊर्जा मिलती है। जो व्यक्ति संगीत प्रेमी होता है वह हमेशा भावमय और आनंदमय रहता है। कला तथा संगीत, भावनाओं की अभिव्यक्ति का सशक्त माध्यम है। यह हमारे मन को आनंद और शांति प्रदान करते हैं।
उच्च शिक्षा मंत्री श्री उमेश पटेल ने कहा कि चक्रधर समारोह में सांस्कृतिक कार्यक्रमों के अलावा कबड्डी, कुश्ती का भी आयोजन किया गया। समारोह के आयोजन में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष योगदान करने वालों एवं सफल आयोजन के लिए जिला प्रशासन एवं रायगढ़ वासियों का तहे दिल से धन्यवाद देता हूं। उन्होंने कहा कि रायगढ़ एक सांस्कृतिक राजधानी के रूप में पहचान बना चुका है। विधायक रायगढ़ श्री प्रकाश नायक ने कहा कि इस समारोह में नामचीन कलाकारों की उपस्थिति नित नई ऊंचाई को छू रही है। देश और राज्य के बड़े कलाकारों ने यहां प्रस्तुति दी है। लैलूंगा विधायक श्री चक्रधर सिदार ने रायगढ़ वासियों एवं जिला प्रशासन को सफल आयोजन की बधाई दी।
कलेक्टर श्री यशवंत कुमार एसपी श्री संतोष सिंह, राजपरिवार से सुश्री उर्वशी देवी, श्री देवेंद्र प्रताप सिंह सहित बड़ी संख्या में गणमान्य लोग और जनसामान्य उपस्थित रहे।