महागठबंधन पर तीखा तंज
प्रधानमंत्री ने महागठबंधन को स्वार्थ का गठबंधन बताते हुए कहा कि महागठबंधन का मतलब है- नेतृत्व का पता नहीं, नीति अस्पष्ट, नीयत भ्रष्ट। रविशंकर प्रसाद ने कहा, ‘आज महागठबंधन की चर्चा है, जो लोग एक दूसरे को देख नहीं सकते, एक दूसरे के साथ चल नहीं सकते लेकिन आज साथ आने को मजबूर हैं, यह हमारी जीत है, हमारी कामयाबी है कि बिना साझा विचारों के वे साथ आने को मजबूर हैं।’ प्रसाद ने पीएम के भाषण के हवाले से कहा, ‘कांग्रेस के नेतृत्व को कोई स्वीकार करने को तैयार नहीं है। छोटे-छोटे दल भी कांग्रेस नेतृत्व को स्वीकार करने को तैयार नहीं हैं, कई तो उसे बोझ मानते हैं। यहां तक कि कांग्रेस के भीतर भी नेतृत्व को लेकर सवाल उठ रहे हैं।’
‘हमारे लिए सत्ता का मतलब कुर्सी नहीं’
रविशंकर प्रसाद ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने गुजरात का उदाहरण देकर बताया कि वहां 31 सालों से हमारी सरकार है क्योंकि हमें सत्ता का अहंकार नहीं है। उन्होंने पीएम के हवाले से कहा, ’31 साल से हम गुजरात में शासन में हैं, वह गांधीजी और पटेल की धरती है। यह इसलिए हो पाया कि हमें सत्ता का अहंकार नहीं है। हम सत्ता को कुर्सी के तौर पर नहीं देखते बल्कि जनता के लिए काम करने का उपकरण समझते हैं। हम संकल्प के लिए जीते हैं। हमारी नीति भी है और रणनीति भी है।’
कांग्रेस पर वार- जो सत्ता में फेल हुए, विपक्ष में भी फेल हुए
रविशंकर प्रसाद ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमें कहीं भी चुनौती नजर नहीं आती और स्वाभाविक तौर पर यह बात 2019 के संदर्भ में कही। कांग्रेस पर विपक्ष में रहते हुए भी फेल होने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा, ‘लोकतंत्र में विपक्ष होना चाहिए, उनके सवाल लोकतंत्र की मजबूती हैं लेकिन हमारी पीड़ा यह है कि जो सत्ता में फेल हुए, वे विपक्ष में भी फेल हुए हैं। कभी भी किसी फेयर मुद्दे पर बात नहीं उठाई।’
‘कांग्रेस मुद्दों पर नहीं, झूठ पर लड़ती है’
प्रसाद ने प्रधानमंत्री के भाषण के हवाले से बताया, ‘हमारे विचारों पर, हमारे काम पर सवाल उठाइए हम तैयार हैं। सवाल यह भी उठेगा कि 48 साल परिवार के और 48 महीने हमारे। आपने किसके लिए काम किया, इस पर भी तो चर्चा होगी।’ कांग्रेस पर झूठ फैलाने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा, ‘वे न मुद्दों पर लड़ते हैं न काम पर लड़ते हैं, सिर्फ झूठ पर लड़ते हैं। हम नीति के साथ लड़ने को तैयार हैं लेकिन झूठ के खिलाफ नहीं। हम रणनीति के साथ उनके हर झूठ का जवाब देंगे।’
प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस ने गरीबी हटाने का नारा दिया लेकिन गरीबों को भला नहीं हुआ। उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस ने कहा गरीबी हटाना है और गरीबी हटाने के नाम पर बैंकों का राष्ट्रीयकरण हुआ, कोयले के खदानों का राष्ट्रीयकरण हुआ लेकिन बाद में कांग्रेस ने स्वीकार किया कि गलती हुई। कांग्रेस ने फिर कहा कि रिफॉर्म (आर्थिक सुधार) करना है, नए रास्ते पर जाना है। गरीबों को कोई फायदा नहीं हुआ।’
‘बूथ हमारा किला, कार्यकर्ता उसे अजेय बनाएं’
प्रसाद ने बताया कि प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में 2019 में फिर जीत का मजबूत भरोसा जताया। उन्होंने कहा, ‘हम विजय का विश्वास लेकर चल पड़े हैं, और इस विश्वास का आधार है- सवा सौ करोड़ देशवासियों का प्यार। काम की बदौलत जनता का आशीर्वाद मिलेगा। एक-एक पोलिंग बूथ को जीतना है, कार्यकर्ताओं को इसमें जुटना है। बूथ हमारी चौकी है और संगठन व सरकार का किला। वह मजबूत होना चाहिए, इसके लिए कार्यकर्ताओं को जुटना होगा।’ पीएम मोदी ने कहा, ‘हमारे पास प्रतिबद्धता है, नेतृत्व है, विचारधारा है, कार्यकर्ताओं की ताकत है। हमें उनके झूठ के तंत्र को तोड़ना है। हम विकास मानवीयता के साथ चाहते हैं। हम समता चाहते हैं, मानवता चाहते हैं। देश का वैभव चाहते हैं, लेकिन सादगी के दम पर।’
‘सबका साथ सबका विकास की नीति सफल’
एससी/एसटी ऐक्ट पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को पलटकर उसे पुराने स्वरूप में लाने से सवर्णों की नाराजगी बीजेपी के लिए चिंता बढ़ाने वाली बात हो सकती है। सवर्णों ने हाल ही में 6 सितंबर को भारत बंद भी बुलाया था जिसका मध्य प्रदेश और बिहार जैसे कुछ राज्यों में असर भी दिखा। उम्मीद थी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस मुद्दे पर भी बोलेंगे और सवर्णों की चिंताओं को दूर करने की कोशिश करेंगे। लेकिन रविशंकर प्रसाद ने पीएम मोदी के भाषण के बारे में जो कुछ भी बताया उसमें सीधे-सीधे एससी-एसटी ऐक्ट से जुड़ा कोई जिक्र नहीं था। प्रसाद ने इतना जरूर बताया कि प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में कहा कि उनकी सरकार ने कभी किसी का न धर्म देखा, न जाति देखी, न आर्थिक हैसियत देखी न समुदाय देखा। उन्होंने कहा, ‘स्किल इंडिया और तमाम कार्यक्रमों से 5 करोड़ अति गरीब लोग आगे बढ़े। हमने उनकी जाति नहीं देखी। सबका साथ सबका विकास की नीति आज सफल हो रही है।’
2019 तो जीतेंगे ही, फिर 50 साल तक नहीं हारेंगे: शाह
रविशंकर प्रसाद ने बताया कि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने भी अपने संबोधन में 2019 में जीत का भरोसा जताया। उन्होंने कहा कि 19 को हम जीतेंगे और उसके बाद 50 साल तक हमें कोई नहीं हटा पाएगा।
अटलजी को समर्पित कई कार्यक्रम तय हुए
रविशंकर प्रसाद ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में सबसे पहले अटलजी को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा, ‘आज तो सूरज चला गया लेकिन हमारी श्रद्धांजलि यही होगी कि हम सितारें हैं लेकिन इतना चमक बिखेरे कि पार्टी के विचार को आगे बढ़ाएं।’ उन्होंने बताया कि अटलजी को समर्पित कई कार्यक्रम तय हुए हैं, उनमें से एक कार्यक्रम 15 को होगा जिसमें अटलजी को काव्यांजलि देंगे। अगले सप्ताह में सेवांजलि के जरिए उन्हें श्रद्धांजलि दी जाएगी।
साभारः नव भारत
फोटो क्रेडिट :नव भारत