इलाहाबाद ने सालभर से लापता सैनिक की जानकारी के लिए सेना पुलिस को दो दिन का समय और दिया है। कोर्ट ने मामले पर सुनवाई के लिए 16 अक्टूबर की तारीख लगाते हुए बरेली के को भी तलब किया है।
लापता सैनिक रजत सिंह के पिता उपदेश सिंह ने बेटे का पता नहीं चलने पर चीफ जस्टिस को पत्र भेजा था। पत्र में उन्होंने कहा था कि 28 पंजाब रेजीमेंट पिथौरागढ़ में तैनात उसके बेटे को अवैध तरीके से रिटायर कर्नल ए.के. दुबे के बरेली आवास पर भेजा गया था। उसकी 28 जुलाई 2018 से कोई जानकारी नहीं है। लापता होने के सालभर बाद बरेली के कैंट थाने में उसकी एफआईआर दर्ज की गई लेकिन उसके बाद पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।
चीफ जस्टिस ने उसे गंभीरता से लेते हुए छुट्टी के दिन अदालत लगाकर बरेली की स्थानीय पुलिस और सेना पुलिस को लापता सैनिक के बारे में जानकारी पेश करने का निर्देश दिया था। कोर्ट ने लापता सैनिक के पिता के पत्र को बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका के तौर पर लिया है। सोमवार को सुनवाई के दौरान सेना पुलिस की ओर से केंद्र सरकार के अधिवक्ता ने मांगी गई जानकारी के लिए दो दिन का समय और मांगा। इस पर कोर्ट ने दो दिन का समय देते हुए मामले पर सुनवाई के लिए 16 अक्तूबर की तारीख लगा दी।
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