44वीं वाहिनी पीएसी कैंपस मेरठ से तीन माह पहले इंसास राइफल होने के मामले में पुलिस ने सिपाही फिरोज को बुधवार को गिरफ्तार कर लिया। सिपाही ने चुकाने के लिए इंसास चोरी करके, उसके बदले में साढ़े तीन लाख रुपये मांगे थे।
एसपी देहात अविनाश पांडेय के मुताबिक, 28 जून को पीएसी कैंपस के कमांड हाउस से चोरी हो गई थी। दलनायक मुकेश कुमार ने हेड कॉन्स्टेबल गुरुदेव सिंह, कॉन्स्टेबल प्रेमवीर कुमार सहित पांच के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। हालांकि अगले दिन इंसास छत पर रहस्मय ढंग से मिल गई थी। पुलिस जांच में पीएसी में कार्यरत सिपाही फिरोज पर शख हुआ था। फिरोज बागपत में गांव चांदनहेड़ी का रहने वाला है। एक सप्ताह पहले पुलिस ने फिरोज के भाई जाकिर को गिरफ्तार किया था। बुधवार को फिरोज भी पकड़ा हैं। फिरोज सीतापुर पीटीएस में ट्रेनिंग कर रहा था। चोरी में नाम आने पर तीन दिन पहले उसे सस्पेंड कर ट्रेनिंग से निकाल दिया गया था।
एसपी देहात अविनाश पांडेय ने बताया कि इंसास के बदले ड्यूटी पर तैनात सिपाहियों से फिरोज ने साढ़े तीन लाख रुपये मांगे थे। फिरोज के भाई जाकिर ने पूछताछ में कुबूला था कि फिरोज पर तीन लाख रुपये का कर्ज था। उसे अदा करने के लिए इंसास चोरी की थी। राइफल लौटाने के बदले फिरोज ने ही साढ़े तीन लाख की रंगदारी मांगी थी।
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