इंदौर, 17 अक्टूबर (भाषा) मध्यप्रदेश में सत्तारूढ़ कांग्रेस ने शिवराज सिंह चौहान की अगुवाई वाली पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के तीन साल पहले यहां आयोजित निवेशक सम्मेलन की सफलता पर बृहस्पतिवार को सवाल उठाये। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि पिछली शिवराज सरकार ने निवेश के झूठे आंकड़ों के बूते जनता को छला था, क्योंकि इस सम्मेलन में आये निवेश के अधिकांश प्रस्ताव हकीकत में तब्दील नहीं हो सके। कांग्रेस के मीडिया विभाग की प्रमुख शोभा ओझा ने यहां “पीटीआई-भाषा” से कहा, “शिवराज सरकार का पूरा ध्यान दिखावटी समझौता ज्ञापनों (एमओयू) के बूते निवेश के झूठे आंकड़े पेश कर जनता को छलने पर केंद्रित था। पिछले निवेशक सम्मेलन की असफलता साफ दिखायी देती है, क्योंकि शिवराज सरकार के राज में सूबे के बेरोजगारों ने बड़ी तादाद में आत्महत्या की थी।” उन्होंने कमलनाथ नीत कांग्रेस सरकार के कल शुक्रवार को यहां आयोजित पहले निवेशक सम्मेलन का जिक्र करते हुए कहा, “हमारी सरकार इस सम्मेलन में निवेशकों के साथ एमओयू नहीं करेगी। गंभीर निवेशक इस कार्यक्रम में खुद बतायेंगे कि वे प्रदेश में औद्योगिक परियोजनाओं में कितनी पूंजी लगाने जा रहे हैं।” गौरतलब है कि कमलनाथ सरकार के एक शीर्ष अधिकारी ने मीडिया को जानकारी दी है कि पूर्ववर्ती शिवराज सरकार के कार्यकाल के दौरान वर्ष 2016 में यहां आयोजित निवेशक सम्मेलन में करीब पांच लाख करोड़ रुपये के एमओयू पर दस्तखत किये गये थे। लेकिन इसमें से 1.20 लाख करोड़ रुपये का निवेश ही धरातल पर उतर सका जो इन एमओयू की कुल राशि का 24 प्रतिशत है। पिछले साल नवंबर में संपन्न विधानसभा चुनावों में शिवराज की अगुवाई वाली भाजपा को सीटों के नजदीकी अंतर से मात देते हुए कांग्रेस 15 साल के लम्बे अंतराल के बाद सूबे की सत्ता में लौटी थी। कमलनाथ ने 17 दिसंबर 2018 को राज्य के नये मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली थी।
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