बीजेपी नेता की हत्या भारतीय जनता युवा मोर्चा के पूर्व जिला मंत्री अभिजीत सिंह ने समाज में बढ़ते कद से बौखलाकर करवाई थी। इसका दावा शनिवार शाम वारदात का खुलासा करते हुए बस्ती पुलिस ने किया है। हत्याकांड के मुख्य अभियुक्त अभिजीत सिंह और मन्नू उर्फ प्रशांत पांडेय को अरेस्ट कर लिया गया है। पुलिस का दावा है कि कबीर की सामाजिक तौर पर बढ़ती हैसियत को हत्या आरोपी पचा नहीं पाए थे। एसपी हेमराज मीणा ने बताया कि एसटीएफ ने अभिजीत सिंह को लखनऊ से अरेस्ट किया है और प्रशांत पांडेय उर्फ मन्नू को बस्ती पुलिस ने अरेस्ट किया है।
पिछले 9 अक्टूबर को युवा बीजेपी नेता कबीर तिवारी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस वारदात के बाद शहर में जमकर हिसा हुई। सरकारी बस और संपत्तियों को काफी नुकसान उपद्रवी भीड़ ने पहुचाया था। इस वारदात के बाद जिला प्रशासन के लिए कानून व्यवस्था संभालना बहुत बड़ी चुनौत्ति साबित हुई। सरकार ने इस लापरवाही को गंभीरता से लिया और कार्रवाई करते हुए डीएम और एसपी को हटा दिया। एसपी पर विभागीय ऐक्शन भी हुआ। शनिवार की शाम इस बहुचर्चित हत्याकांड का खुलासा करते हुए एसपी ने बताया कि समाज मे कबीर तिवारी के वर्चस्व को समाप्त करने और खुद का वर्चस्व बनाने के उद्देश्य से हत्या की योजना अभिजीत सिंह ने बनाई।
इस हत्याकांड में अनुराग तिवारी, अभय तिवारी, मन्नू उर्फ प्रशांत पांडेय और नवरत्न भोलू गुप्ता शामिल हुए। एसपी के मुताबिक कबीर की गोली मारकर हत्या के बाद भागते समय अभय और अनुराग पकड़े गए थे। मामले में 8 नामजद और 2 अज्ञात के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज हुई थी। शनिवार को मुन्नू पांडेय को बस्ती क्राइम ब्रांच ने अरेस्ट कर लिया।
दूसरी तरफ एसटीएफ ने अभिजीत सिंह को अरेस्ट कर आशियाना पुलिस स्टेशन में रिपोर्ट दर्ज कराई है। आरोपी को कस्टडी में लेने की कोशिश की जा रही है। कबीर मर्डर में शामिल सभी आरोपियों का लंबा आपराधिक रेकॉर्ड है। हत्या के लिए असलहा मुहैया कराने वाले सप्लायर नवरत्न भोलू गुप्ता पर 15 आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। अभिजीत पर 9 और मन्नू पर 4 आपराधिक मुकदमे पूर्व से दर्ज है। पकड़े गए आरोपित मन्नू पांडेय के पास से असलहा और कारतूस बरामद हुए हैं।
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