अयोध्या: मॉडल रेलवे स्टेशन पर संतों के ठहरने के लिए बनेंगी कुटिया

अयोध्या में नए रेलवे स्टेशन का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। इसे 2020 तक पूरा कर लिया जाएगा। अयोध्या के धार्मिक महत्व को देखते हुए बाहर से आने वाले संतों के ठहरने के लिए स्टेशन के बाहरी परिसर में 8 कुटिया बनवाई जा रही है। इसमें पुराने तरीके के चूल्हे भी बने रहेंगे। उत्तर रेलवे के डीआरएम संजय त्रिपाठी ने अयोध्या स्टेशन पर हो रहे काम का निरीक्षण करने के बाद शनिवार को यह जानकारी दी। उनके साथ सांसद लल्लू सिंह भी थे।

डीआरएम ने केंद्र सरकार के निर्देशन में रेलवे द्वारा बनाई गई योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अकबरपुर और फैजाबाद दोहरीकरण योजना के साथ कई अन्य 700 करोड़ की परियोजनाओं पर काम चल रहा है। प्रयागराज, वाराणसी और अयोध्या तीनों को एक सर्किट में विकसित करने पर भी कार्य किया जा रहा है। कार्यदायी संस्था राइट्स के इंजिनियर रंजीत वर्मा ने बताया राम मंदिर मॉडल की तर्ज पर बन रहे अंतरराष्ट्रीय रेलवे स्टेशन पर अन्य यात्रियों के साथ संतों का भी ख्याल रखा जा रहा है ।

डीआरएम ने बताया 2020 में की बिल्डिंग का काम पूरा हो जाएगा और 2022 तक 500 करोड़ की लागत से बन रहे डबल ट्रैक का काम पूरा हो जाने की संभावना है। उन्होंने बताया लखनऊ मंडल के जितने भी स्टेशन हैं, उन्हें दिव्यांग और वृद्ध फ्रेंडली बनाने पर काम चल रहा है। अयोध्या , वाराणसी और प्रयागराज तीनों स्थलों पर पर्यटक एक साथ जाकर दर्शन का लाभ उठा सकें इसके लिए कई योजनाएं बनाई जा रही हैं।

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