BJP का पलटवार, किंगफिशर को UPA ने बेलआउट पैकेज क्यों दिया?

नई दिल्ली: शराब कारोबारी विजय माल्या के देश छोड़ने से पहले वित्त मंत्री अरुण जेटली से मुलाकात के दावे के बाद सियासत गरमाती जा रही है. बीजेपी और कांग्रेस में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. काग्रेस ने तो इस मुद्दे पर वित्त मंत्री के इस्तीफे तक की मांग कर दी. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस मुद्दे की जांच की मांग की. साथ ही उन्होंने कहा कि वित्त मंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए. वहीं बीजेपी भी कांग्रेस के वार पर पलटवार करते हुए दिखी. माल्या को लेकर राहुल गांधी के हमले का जवाब देने के लिए केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल मैदान में आए. बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कांग्रेस अध्यक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि राहुल गांधी और विजय माल्या की जुगलबंदी है.
उन्होंने पूछा कि यूपीए की सरकार ने विजय माल्या को लोन क्यों दिए और रिजर्व बैंक के ऊपर दबाव क्यों डाला गया? यूपीए सरकार ने माल्या को छूट क्यों दी? इन सबका राहुल गांधी और कांग्रेस को जवाब देना चाहिए. उन्होंने कहा कि यूपीए सरकार ने विजय माल्या को बचाया, यूपीए ने किंगफिशर को बेलआउट पैकेज दिया.
उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस में सवाल किया कि यूपीए की सरकार ने विजय माल्या को लोन क्यों दिए और रिजर्व बैंक के ऊपर दबाव क्यों डाला गया इन सबका राहुल गांधी और कांग्रेस को जवाब देना चाहिए. उन्होंने कहा कि जिस परिवार और पार्टी ने देश का पैसा लुटाया उसको जब हम वसूलने जा रहे है और उनके लिंक्स अब गांधी परिवार से सामने आ रहे तो कांग्रेस आज झूठ बोल कर अपना डिफ़ेन्स कर रही है.
पीयूष गोयल ने कहा कि चलते फिरते कोई व्यक्ति क्या बोलता है उसपर कोई विश्वास कैसे कर सकता है. पुनिया (पीएल पुनिया) जी ये भी बतायें कि वो क्या कर रहे थे वहां सेंट्रल हॉल में. मुझे लगता है कि वह खुद दबाव में बोल रहे हैं. वो कभी कहते हैं कि बैठकर बात कर मुलाकात हुई, तो कभी कहते हैं खड़े होकर बात कर रहे थे.
पीयूष गोयल ने मीडिया ब्रीफिंग में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का वह बयान भी चलाया, जिसमें उन्होंने मालदीव में
सार्क सम्मेलन से लौटने के दौरान कहा था कि कर्ज़ में डूबे किंगफिशर जैसी एयरलाइन्स की मदद करने पर सरकार
विचार करेगी. रेल मंत्री पीयूष गोयल से जब पत्रकारों ने यह पूछा कि राहुल गांधी ने विजय माल्या के बयान के बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली के इस्तीफे की मांग की है तो उन्होंने पलटवार करते हुए कहा कि इस्तीफा राहुल गांधी को देना चाहिये क्योंकि उनकी सरकार के कार्यकाल के दौरान कई घोटाले हुए.
उधर जेडीयू ने भी इस विवाद में वित्त मंत्री अरुण जेटली का बचाव किया है. पार्टी के प्रधान महासचिव केसी त्यागी ने एनडीटीवी से कहा, ‘बगैर तथ्यों की जानकारी के और प्रसंग जाने बगैर इस्तीफे की मांग को हम उचित नहीं मानते. राहुल को आरोप लगाने से पहले सबूत पेश करना चाहिये. त्यागी ने कहा कि वो अरुण जेटली और विजय माल्या के साथ राज्य सभा के सांसद रहे हैं और उन्होंने कभी भी जेटली को अकेले सेंट्रल हॉल में चाय या कॉफी पीते नहीं देखा है. वो अकसर सेंट्रल हॉल में 5-10 सांसदों और 20-25 पत्रकारों से घिरे रहते हैं. ऐसे में कांग्रेस नेता पी एल पुनिया के दावे में कोई दम नहीं है कि जेटली ने माल्या के साथ अकेले 15-20 मिनट तक सेंट्रल हॉल में मुलाकात की थी. केसी त्यागी ने विजय माल्या जैसे लोगों के राज्य सभा में पहुंचने पर भी सवाल उठाया और कहा कि क्यों मेनस्ट्रीम पार्टियां ऐसे लोगों का समर्थन करती हैं. उन्होंने मांग की कि ऐसे लोगों को राज्य सभा चुनाव की प्रक्रिया से दूर करने के लिए कानून मंत्रालय को पहल करनी चाहिये.
इससे पहले बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि एक बार प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने प्रेस से कहा था हम लोगों को किगफिशर को मुश्किलों से निकलना होगा. आखिर किंगफिशर के साथ ‘ये रिश्ता क्या कहलाता है.’ उन्होंने कहा कि विजय माल्या सिविल एविएशन स्टैंडिंग समिति का सदस्य भी था. बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ चाय पर मीटिंग के बाद वह लोन दिलाने में मदद के लिए धन्यवाद पत्र लिखते हैं. उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि राहुल गांधी आप बताएं कि विजय माल्या के गुड टाइम्स में आपकी कितनी हिस्सेदारी है. किंगफ़िशर एयरलाइन्स विजय माल्या का था या राहुल गांधी और सोनिया गांधी का था.

साभारः एन डी टीवी इंडिया

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