महिला बोली, बेटे मुझे बोझ समझते हैं, गुजारा भत्ता दिलाए कोर्ट

गाजियाबाद
मां ने जिन बेटों को पाल पोस कर बड़ा किया और उनकी शादी की, अब उन बेटों के लिए ही वह बोझ बन गई है। आरोप है कि 100 गज का प्लॉट जो उसके नाम पर है उसे भी बच्चे अपने नाम पर कराना चाहते हैं। आरोप है कि बेटे और बहू आए दिन मां के साथ मारपीट करते हैं। जब मां की आवाज बच्चों ने नहीं सुनी तो उन्होंने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। अर्जी दाखिल कर उन्होंने उत्पीड़न के एवज में 5 लाख रुपये और भरण पोषण के लिए 10 हजार रुपये प्रति महीना दिलाने की मांग की है।

प्रेमनगर गोशाला निवासी प्रेमवती की ओर से उनके अधिवक्ता विनय उपाध्याय ने कोर्ट में अर्जी दाखिल की है। अर्जी के माध्यम से बताया कि प्रेमवती की शादी करीब 32 वर्ष पहले दिल्ली निवासी सुनील कुमार के साथ हुई थी। प्रेमवती अपने माता-पिता की इकलौती संतान हैं। उनके माता-पिता की मौत हो चुकी है। पिता ने प्रेमनगर में 100 वर्ग गज में एक मकान बनाकर प्रेमवती के नाम कर दिया था। प्रेमवती के दो बेटे पवन कुमार और राम हैं। प्रेमवती के पति सुनील कुमार की 5 साल पहले मौत हो गई थी। इसके बाद प्रेमवती ने दोनों बेटों को पाल पोस कर बड़ा किया और उनकी शादी कराई।

महिला बोली, मारने की धमकी देते हैं बेटे
पवन एक प्राइवेट कंपनी में नौकरी करता है, जबकि राम मोटर मैकेनिक का काम करता है। प्रेमवती का आरोप है कि पवन और उसकी पत्नी रीना के अलावा राम और उसकी पत्नी शिवानी उसके साथ मारपीट करते हैं। उसके नाम पर जो मकान है, उस मकान को अपने नाम पर कराने के लिए दबाव बनाते हैं। मना करने पर मारपीट करते हैं और जान से मारने की धमकी देते हैं। आरोप है कि कई बार घर से उन्हें निकाल चुके हैं। प्रेमवती के पास गुजारा करने के लिए कोई साधन नहीं है।

Source: Uttarpradesh Feed By RSS