धनतेरस के दिन जारी होगा काशी विश्वनाथ धाम का ग्लोबल टेंडर

विकास पाठक, वाराणसी
वाराणसी के सांसद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रॉजेक्‍ट विश्‍वनाथ धाम (कॉरिडोर) के निर्माण के लिए ग्‍लोबल टेंडर धनतेरस के दिन जारी कर दिया जाएगा। इसकी प्रक्रिया तेजी से पूरी की जा रही है। निर्माण के लिए शासन स्‍तर से तय कार्यदायी एजेंसी पीडब्‍ल्‍यूडी में एक नए खंड का गठन किया गया है। वहीं, बीएचयू के सिविल इंजिनियरिंग विभाग को गुणवत्ता पर नजर रखने की जिम्‍मेदारी मिली है।

काशी विश्‍वनाथ मंदिर से गंगाधार (गंगा तट) तक 400 मीटर इलाके के 50 हजार वर्गमीटर एरिया में निर्माण के लिए योगी सरकार ने 318 करोड़ रुपये स्‍वीकृत करने के साथ ही पहली किस्‍त के रूप में 127 करोड़ रुपये जारी कर दिए हैं। इस कार्य के लिए शासन ने पीडब्‍ल्‍यूडी के लखनऊ स्थित अस्‍थायी नियोजन और अनुश्रवण खंड-4 को स्‍थानांतरित कर इसे वाराणसी में निर्माण खंड-3 के तौर पर पुनर्स्‍थापित किया है। इस नए खंड के गठन की प्रक्रिया मुख्‍य अभियंता ज्ञान प्रकाश और अधिशासी अभियंता संजय गोरे के मंगलवार को पद की जिम्‍मेदारी संभालने के साथ पूरी हो गई। बुधवार यानी 24 अक्‍टूबर को शासन को रिपोर्ट भेजने के बाद धनतेरस पर 25 अक्‍टूबर को टेंडर जारी करने की तैयारी है।

अनूठे विश्‍वनाथ धाम को बनाने में लगने वाले पत्‍थरों की खरीद के लिए शासन ने उच्‍चस्‍तरीय समिति गठित करने का निर्देश दिया है। धाम को चुनार के गुलाबी पत्‍थर, मकराना के दूधिया सफेद मार्बल और वियतनाम के खास पत्‍थरों से सजाया जाएगा। 250 साल बाद होने जा रहे मंदिर के जीर्णोद्धार के तहत आनंद कानन और रुद्र वन से लेकर कल्‍चरल सेंटर, वैदिक केंद्र, टूरिस्‍ट फैसिलिटेशन सेंटर, म्‍यूजियम, जप-तप भवन, मोक्ष भवन, दशनार्थी सुविधा केंद्र और दो बड़े कोर्टयार्ड बनेंगे।

रेडियो डमरू शुरू होगा
काशी विश्‍वनाथ मंदिर का एफएम चैनल भी शुरू करने की तैयारी है। इसे ‘रेडियो डमरू’ नाम दिया जाएगा। एफएम चैनल के लिए कंपनी का चयन और प्रसारण के लिए लाइसेंस का आवेदन किया जा चुका है। इस खास रेडियो पर डमरू की डम-डम के बीच बाबा की आरती, भजन, मंदिर से जुड़े पूजन कार्यक्रम, दर्शन-पूजन संबंधी सूचनाओं के प्रसारण के साथ पर्व-त्‍यौहारों के बारे में जानकारी मिलेगी।

वृद्धजनों के लिए अलग भवन
काशी विश्‍वनाथ मंदिर प्रशासन की ओर से वृद्धजनों के प्रवास, उनकी देखभाल और इलाज की व्‍यवस्‍था किए जाने की योजना है। इसके लिए किसी पुराने भवन को खरीद उसे जरियाट्रिक हॉस्पिटल का स्‍वरूप दिया जाएगा।

Source: Uttarpradesh Feed By RSS