रायपुर, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिन पर आज यहां उनके सर्वोच्च प्राथमिकता वाले ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ अभियान के तहत छत्तीसगढ़ की प्रतिभावान बेटियों के लिए लक्षिका सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग द्वारा स्थानीय नवीन विश्राम भवन के सभाकक्ष में आयोजित इस कार्यक्रम में विगत शैक्षणिक सत्र 2017-18 में 10वीं और 12वीं बोर्ड की परीक्षाओं में प्रथम और द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाली बालिकाओं को सम्मानित किया गया। प्रदेश के सभी 27 जिलों से लगभग 110 मेधावी बालिकाओं को लक्षिका सम्मान से नवाजा गया। मुख्य अतिथि की आसंदी से समारोह में प्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती रमशीला साहू ने इन बालिकाओं को सम्मानित करते हुए बधाई दी। सम्मान के रूप में बालिकाओं को प्रमाण पत्र और मेडल दिए गए। उन्होंने कहा – बालिकाओं की शिक्षा आज के समय की सबसे बड़ी जरूरत है। एक स्वस्थ और सुशिक्षित समाज के निर्माण के लिए हम सबको बेटियों की पढ़ाई पर विशेष रूप से ध्यान देना चाहिए। श्रीमती रमशीला साहू ने कहा – केन्द्र में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने देश में और छत्तीसगढ़ राज्य में मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने बेटियों की शिक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है और इसके लिए केन्द्र और राज्य दोनों मिलकर हर संभव प्रयास कर रहे हैं। श्रीमती साहू ने शासन के इन प्रयासों में आमजनता के अधिक से अधिक सहयोग का आव्हान किया। छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष श्रीमती हर्षिता पाण्डेय ने कहा – नये दौर में देश और समाज में महिलाओं के कार्य क्षेत्र का भी विस्तार हुआ है। इससे उनकी चुनौतियां भी बढ़ी है। उन्हें आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनाने के लिए शासन की अनेक योजनाएं हैं, जिनका लाभ लेकर वे ओग बढ़ सकती है।
छत्तीसगढ़ राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष श्रीमती प्रभा दुबे ने भी समारोह को सम्बोधित किया। सभी वक्ताओं ने लक्षिका सम्मान प्राप्त बालिकाओं को आशीर्वाद प्रदान करते हुए उन्हें बधाई और शुभकामनाएं दी। उनके अभिभावकों को भी वक्ताओं ने बधाई दी। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग की सदस्य श्रीमती खिलेश्वरी किरण, श्रीमती रायमुनि भगत, श्रीमती ममता साहू, श्रीमती पदमा चन्द्राकर, श्री रेखा मेश्राम, राज्य युवा आयोग के सदस्य श्री अमरजीत सिंह छाबड़ा सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे। आयोग के सदस्य सचिव श्री आर.के. कुशवाहा ने सभी अतिथियों का स्वागत किया।