जागरूक दम्पत्ति को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रशस्ति पत्र प्रदान कर किया सम्मानित

अन्य लोगों के लिए प्रेरणास्त्रोत बताया
मुख्यमंत्री शहरी स्लम क्लीनिक योजना के तहत लगे शिविर में पहुँचे मुख्यमंत्री
सुपोषण अभियान के तहत गर्भवती और शिशुवती माताओं को मुख्यमंत्री ने परोसा गरम पका पौष्टिक भोजन
5 नन्हे मुन्ने बच्चों को सुपोषण टोकरी भेंट की

रायपुर, मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज धमतरी प्रवास के दौरान धमतरी के टिकरापारा निवासी दंपति श्रीमती सुनीता लाल और और श्री राजेश लाल को जागरूक दंपति होने का प्रशस्ति पत्र सौंपा । दरअसल इनकी 28 दिन की पुत्री का जन्म से पैर टेढ़ा है। बच्ची के पैदा होने के कुछ दिनों बाद अभिभावकों को आभास हुआ कि उसका पैर सही नहीं। इसलिए नौ नवम्बर को नयापारा के आंगनबाड़ी केंद्र क्रमांक एक में टिकरापारा स्वास्थ्य सुविधा केंद्र के लिए आयोजित शिविर में ये दंपति पहुँचे। मौजूद चिकित्सकों ने जांचकर पैर टेढ़ा होने की पुष्टि की तथा बच्ची के उपचार और आपरेशन के लिए जिला अस्पताल में रेफर किया। इस 28 दिन की बच्ची का इस सप्ताह उपचार भी किया जाएगा। अभिभावकों की इस जागरूकता और मुख्यमंत्री शहरी स्लम क्लिनिक योजना के प्रति चेतना से प्रसन्न हो मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने इन्हें प्रोत्साहित करने प्रशस्ति पत्र दिया तथा उन्हें अन्य लोगों के लिए प्रेरणास्त्रोत बताया।
धमतरी प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री श्री बघेल इतवारी बाजार स्थित शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में मुख्यमंत्री शहरी स्लम क्लिनिक योजना के तहत स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगाए गए शिविर में पहुँचे थे। यहां सुबह 9 बजे से स्वास्थ्य शिविर लगा था। इस दौरान 132 लोगों ने स्वास्थ्य परीक्षण कराया। मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. तुर्रे ने मौके पर बताया कि गत 2 अक्टूबर से अब तक शहर के 28 में से 25 स्लम बस्ती के लिए शिविर लगाकर 1672 लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया है। इनमे 11 प्रकरणों को उच्च संस्था में रेफेर किया गया, जिनमे एक टीबी, एक कुष्ठ और एक क्लब फुट का केस है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने 03 बच्चों को पोलियो और रोटावायरस का ड्राप पिलाया तथा आज बाल नेत्र सुरक्षा सप्ताह के अंतिम दिवस पर अपने हाथों से दो बच्चों को चश्मा पहनाया। साथ ही उन्होंने अपने स्वयं का ब्लड शुगर जांच कराया। मुख्यमंत्री ने शिविर की प्रगति पर संतोष जताते हुए आगे भी लोगों को स्वास्थ्य सुविधा सतत मुहैय्या कराने शिविर आयोजित करने पर बल दिया।
इस स्थल में साथ ही महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा सुपोषण अभियान के तहत शिविर लगाया गया था। यहां हटकेश्वर और दानीटोला वार्ड के पांच नन्हे-मुन्ने कुपोषित बच्चों को सुपोषण किट मुख्यमंत्री ने अपने हाथों सौंपते हुए, किट में रखे फलों, पौष्टिक लड्डू खाने कहा। उन्होंने इस मौके पर दानीटोला वार्ड की 05 गर्भवती और शिशुवती माताओं को गरम पका भोजन अपने हाथों से परोसा और स्वस्थ्य रहने का आशीर्वाद भी दिया। इस में गोभी भाजी, सोयाबीन बड़ी, उबला अंडा, अंकुरित अनाज, दाल-चावल रोटी, पौष्टिक लड्डू, अचार-पापड़ शामिल है। ज्ञात हो कि गत 02 अक्टूबर से शुरू हुए मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत जिले के 155 केंद्रों का चिन्हांकन कर केंद्र के दायरे में आनेवाले बच्चों को सुपोषित करने की कवायद की जा रही है। धमतरी शहरी के 11 और ग्रामीण के 37, कुल 48 चिन्हाकिंत केंद्रों में बच्चों, गर्भवती माताओं और 06 माह तक के बच्चों की माताओं को गरम पका भोजन जिसमे पौष्टिक लड्डू, अंकुरित अनाज के साथ उबला अंडा अथवा सोयाबीन बड़ी दी जा रही। इस मौके पर श्री मोहन लालवानी, कलेक्टर श्री रजत बंसल, पुलिस अधीक्षक श्री बी.पी.राजभानू सहित नागरिक उपस्थित थे।