नई दिल्ली
दिल्ली में पानी की गुणवत्ता को लेकर राजनीतिक लड़ाई तेज हो गई है। केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान ने संयुक्त जांच टीम में दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष को नामित करने पर सीएम अरविंद केजरीवाल पर हमला बोला है, वहीं अब केजरीवाल ने आरोप लगाया है कि पानी की गुणवत्ता जांच में जिस नमूने का इस्तेमाल किया गया, उनमें से एक पासवान की पार्टी पदाधिकारी के घर का था।
दिल्ली के पानी की गुणवत्ता 23 राजधानियों में सबसे खराब पाई गई है और इसके 11 नमूने अलग-अलग मानकों पर खरे नहीं उतर पाएं हैं। इसके बाद से केंद्र और दिल्ली सरकार के बीच आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गया। वहीं, खाद्य मंत्री राम विलास पासवान ने केजरीवाल सरकार से मांग की कि वह पानी की जांच के लिए बनने जा रही टीम के लिए सदस्यों को नामित करे जिसमें केंद्र और शहर के अधिकारी होंगे।
इसके बाद केजरीवाल ने दो लोगों को नामित किया, जिसमें जल बोर्ड के उपाध्यक्ष दिनेश मोहनिया और सदस्य शलभ कुमार का नाम शामिल है। दोनों को नामित किए जाने संबंधी चिट्ठी पासवान को भेजी गई।
'गैर-राजनीतिक नाम सुझाएं'
पासवान ने चिट्ठी मिलने के बाद केजरीवाल पर राजनीतिक व्यक्ति को टीम के लिए चुने जाने का आरोप लगाया और कहा कि वह गैर राजनीतिक व्यक्ति को नामित करें। पासवान ने लिखा, 'दिल्ली में पानी की जांच के लिए संयुक्त टीम के गठन पर सीएम केजरीवाल जी ने आज अपनी ओर से जल बोर्ड के उपाध्यक्ष सहित दो लोगों को नामित करने की सूचना दी है। मैंने पत्र का जवाब देते हुए कहा है कि उपाध्यक्ष राजनीतिक व्यक्ति हैं। किसी गैर-राजनीतिक व्यक्ति को नामित करें।'
'सैंपल में हुई धोखाधड़ी'
केजरीवाल ने इसके जवाब तो नहीं दिया, लेकिन वह ट्विटर पर एक बड़े आरोप के साथ सामने आ गए। उन्होंने आप विधायक के आरोपों के हवाले से लिखा, 'सत्ता का ऐसा दुरुपयोग देख कर बहुत दुख होता है। अपने ही पार्टी के पदाधिकारी के घर से पानी का सैम्पल ले कर आपने पूरी दिल्ली की जनता में डर फैला कर बहुत गलत किया है पासवान जी। इस तरह की हरकत एक संवैधानिक पद पर बैठे मंत्री को शोभा नहीं देता।' दरअसल, बुराड़ी से आप विधायक संजीव ने आरोप लगाया था कि पासवान की सैंपल लिस्ट में जिस पूजा शर्मा के घर का पता दिया गया है उसके पति मनोज शर्मा, पासवान की पार्टी एलजेपी के उपाध्यक्ष हैं।
Source: National