भोपाल
राज्यपाल लालजी टंडन 21 नवम्बर को दोपहर 12 बजे राजभवन परिसर में नव-निर्मित ऑडीटोरियम का उदघाटन करेंगे। राज्यपाल ने ऑडिटोरियम का नामकरण सांदीपनि ऋषि के नाम पर 'सांदीपनि' निश्चित किया है। इस ऑडीटोरियम में 386 व्यक्तियों के बैठने की व्यवस्था है।
राज्यपाल टंडन ने कहा है कि प्राचीन भारत में शिक्षा प्रणाली की विशिष्टता और सभी के लिए समान रूप से उत्कृष्ट गुणवत्ता की शिक्षा की उपलब्धता थी। गुरूकुल में राजा और रंक के मध्य कोई भेदभाव नहीं था। उन्होंने कहा कि उज्जैन में महर्षि सांदीपनि का आश्रम ऐसा ही एकमात्र विद्या केन्द्र था, जहाँ पर द्वापर युग में कंस का वध करने के बाद भगवान श्रीकृष्ण और बलराम अध्ययन के लिए पधारे थे। यहीं पर श्रीकृष्ण और सुदामा की मित्रता हुई थी। महर्षि के आश्रम में राज परिवार के श्रीकृष्ण और सामान्य परिवार के सुदामा ने समान्य रूप से शिक्षा-दीक्षा ग्रहण की थी। राज्यपाल ने युवा पीढ़ी को इस तथ्य से अवगत कराने की मंशा से ऋषि सांदीपनि के गुरूकुल की स्मृति में ऑडीटोरियम का नामकरण 'सांदीपनि' किया है।
Source: National