ऑस्ट्रियाई अधिकारियों ने घोषणा की है कि तानाशाह अडॉल्फ हिटलर के जन्मस्थल का इस्तेमाल अब पुलिस अपने काम के लिए करेगी। पिछले कुछ सालों से नाजी तानाशाह का महिमामंडन करने वाले लोगों के लिए यह एक तीर्थ स्थल बन गया था। हिटलर का जन्म 1889 में यहां हुआ था। तानाशाह ने अपने जीवन के शुरुआती 3 साल इसी गेस्ट हाउस में रहते हुए बिताया था, जिसे अब पुलिस स्टेशन बनाया जा रहा है।
पुलिस इस्तेमाल करेगी हिटलर के घर को
ऑस्ट्रियाई गृह मंत्री वॉल्फगैंग पेसचॉर्न ने मंगलवार को कहा कि भविष्य में पुलिस द्वारा इस घर के इस्तेमाल से यह ठोस संकेत जाएगा कि इस इमारत से राष्ट्रीय समाजवाद की यादों को पूरी तरह हटा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वक्त में नाजी समर्थकों ने इस जगह को तीर्थ स्थान या पवित्र जगह के तौर पर महिमामंडित करना शुरू कर दिया था।
हिटलर के चीजों की नीलामी की हो रही आलोचना
एक यहूदी समूह ने जर्मनी में तानाशाह से जुड़ी वस्तुओं की नीलामी की कड़ी निंदा की है, जिसमें हिटलर की टोपी भी शामिल है। यूरोपीय यहूदी संघ ने बुधवार को नीलामी की निंदा करते हुए कहा कि इन खून में लथपथ चीजों से पैसा कमाना गलत है। इससे पहले इसी साल जर्मनी में जब हिटलर से जुड़ी चीजों की नीलामी हो रही थी, जर्मनी में उसका खासा विरोध हुआ था।
ऑस्ट्रिया से जर्मनी गया था हिटलर का परिवार
हिटलर के पिता जब ऑस्ट्रिया में एक कस्टम अधिकारी के तौर पर तैनात थे तभी वहां पर उसका जन्म हुआ था। इस जगह पर हिटलर ने 3 साल बिताए और उसके बाद ही परिवार जर्मनी चला गया। बाद में हिटलर ने जर्मन तानाशाह के तौर पर कमान संभाली और नाजी शासन की स्थापना की। जर्मनी में हिटलर के नाजी प्रतीकों के सार्वजनिक प्रदर्शन पर रोक है।
इनपुट : भाषा
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