पाकिस्तान ने युवा तेज गेंदबाज ने 16 साल 279 दिनों की उम्र में ब्रिसबन में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया। वह सबसे युवा टेस्ट पदापर्ण करने वाले 9वें खिलाड़ी हैं। अगर सबसे कम उम्र में टेस्ट डेब्यू करने वाले खिलाड़ियों की बात करें तो इस सूची में आपको अधिकतर भारतीय उपमहाद्वीप के खिलाड़ी मिलेंगे।
हसन रजा (पाकिस्तान)
उम्र- 14 साल 227 दिन बनाम जिम्बाब्वे, फैसलाबाद, अक्टूबर 1996
डेब्यू पर प्रदर्शन- 27 रन
टेस्ट करियर- मैच-7, रन- 235, औसत- 26.11, उच्चतम- 68, 50s-2
आखिरी टेस्ट- बनाम इंग्लैंड, लाहौर, 2005
मेडिकल जांच में हालांकि सामने आया कि हसन ने जब अपना पहला टेस्ट मैच खेला तो उसकी उम्र 14 साल से ज्यादा थी लेकिन रेकॉर्ड के लिहाज से वही सबसे कम उम्र में टेस्ट मैच खेलने वाले क्रिकेटर हैं। उन्होंने पाकिस्तान की ओर से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शारजाह में 2002 में दो हाफ सेंचुरी लगाईं। उन्होंने पाकिस्तान की ओर से 16 एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच भी खेले। इस प्रारूप में भी वह कुछ खास कमाल नहीं कर पाए। घरेलू क्रिकेट में हालांकि वह लगातार रन बनाते रहे। यहां उन्होंने 36 शतकों की मदद से 13949 रन बनाए। इंडियन क्रिकेट लीग (आईसीएल) के साथ जुड़ने के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में उनकी वापसी की संभावनाएं लगभग समाप्त हो गईं।
मोहम्मद मुश्ताक (पाकिस्तान)15 साल 124 दिन बनाम वेस्ट इंडीज, लाहौर, मार्च 1959
डेब्यू पर प्रदर्शन: 14 और 4, 0/34
टेस्ट करियर- मैच-57, रन-3643, औसत-39.17, उच्चतम-201, 100-10, 50s-19, विकेट- 79, गेंदबाजी औसत- 29.22, पारी में सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी-5/28
आखिरी टेस्ट- बनाम ऑस्ट्रेलिया, पर्थ 1979
अविभाजित भारत के जूनागढ़ में पैदा हुए मुश्ताक पाकिस्तान के लिए खेलने वाले पांच मुश्ताक भाइयों में से एक थे। इस परिवार को पाकिस्तान का पहला क्रिकेट परिवार कहा जाता है। 1961 में भारत के खिलाफ दिल्ली में उन्होंने 101 रनों की पारी खेली। 17 साल 78 दिनों की उम्र में वह टेस्ट क्रिकेट में सबसे युवा शतक लगाने वाले बल्लेबाज बन गए। 1963-67 के बीच मुश्ताक ने पाकिस्तान के लिए खेलने के बजाए इंग्लैंड में नॉर्थम्टनशर के लिए काउंटी क्रिकेट खेलने को तरजीह दी। इसके बाद वह दोबारा पाकिस्तान के लिए खेलने लौटे।
मोहम्मद शरीफ (बांग्लादेश)
15 साल 128 दिन बनाम जिम्बाब्वे, बुलावायो, अप्रैल 2001
डेब्यू पर प्रदर्शन- 0 और 8, 1/112
टेस्ट करियर- मैच-10, रन-122, विकेट-14, गेंदबाजी औसत-79, पारी में सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी-4/98
आखिरी टेस्ट- बनाम श्रीलंका, कोलंबो 2007
बांग्लादेश को अभी टेस्ट क्रिकेट में आए हुए एक साल ही हुआ था। वनडे इंटरनैशनल में रिवर्स स्विंग का कमाल दिखाने के बाद उन्हें टेस्ट टीम में जगह दी गई। उनके टेस्ट करियर की शुरुआत ठीक-ठाक रही और पाकिस्तान के खिलाफ 2002 में उन्होंने चार विकेट भी लिए। लेकिन इसके बाद चोटों के चलते उनके करियर पर असर पड़ा। 2007 में वह कुछ समय के लिए एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में लौटे लेकिन वह आईसीएल की ओर चल निकले। बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड ने इस लीग को बैन किया और साथ ही इसमें खेलने वाले खिलाड़ियों पर भी इसका असर पड़ा। नतीजा यह हुआ कि शरीफ का अंतरराष्ट्रीय करियर भी समाप्त हो गया।
आकिब जावेद (पाकिस्तान)
16 साल 189 दिन बनाम न्यू जीलैंड, वेलिंग्टन, फरवरी 1989
डेब्यू पर प्रदर्शन- 0/103, 0/57
टेस्ट करियर- मैच-22, रन-101, विकेट-54, गेंदबाजी औसत- 34.70, पारी में सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी- 5/84
आखिरी टेस्ट- बनाम जिम्बाब्वे, पेशावर 1998
खबरों की माने तो आकिब जावेद ने 12 साल की उम्र में फर्स्ट क्लास मैच खेल लिया था और भी यह जाने बगैर कि यह ग्रेड मैच है। इमरान खान ने उन्हें जल्द ही पाकिस्तानी टीम में पहुंचा दिया। हालांकि अपने करियर में ज्यादातर समय उन्हें वसीम अकरम और वकार यूनिस के साये में खेलना पड़ा। 1992 वर्ल्ड कप जीत और भारत के खिलाफ शारजाह में वनडे हैटट्रिक उनके करियर का हाई पॉइंट रहा। सिर्फ 26 साल की उम्र में उनके अंतरराष्ट्रीय करियर का अंत हो गया।
सचिन तेंडुलकर (भारत)
16 साल 205 दिन बनाम पाकिस्तान, कराची, नवंबर 1989
डेब्यू पर प्रदर्शन-15, 0/10 और 0/15
टेस्ट करियर- मैच-200, रन-15921, औसत-53.78, 100s-51, 50s-68, उच्चतम- 248*,
आखिरी टेस्ट- बनाम वेस्ट इंडीज, मुंबई, नवंबर 2013
सचिन को पहले टेस्ट दौरे पर ही नाम और शोहरत मिलने लगा था। वक्त के साथ-साथ उनका खेल और कद बड़ा होता गया। सचिन बल्लेबाजी के पर्याय बन गए और रेकॉर्ड उनके सफर के पड़ाव। सचिन ने वह हासिल किया जिसका उन्होंने वादा किया। वह बेशक सबसे कामयाब युवा डेब्यूटर्न कहे जा सकते हैं।
उपमहाद्वीप के बाहर सबसे करने वाले खिलाड़ी का वेस्ट इंडीज के विकेटकीपर डेरक सीले थे जिन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ 1930 में 17 साल 122 दिनों की उम्र में डेब्यू किया था।
Source: Sports