महाराष्ट्र राजनीति में शनिवार सुबह एक बड़ा उलटफेर देखने को मिला। रातोंरात बदले समीकरणों के बाद राज भवन में राज्यपाल ने मुख्यमंत्री पद की शपथ बीजेपी नेता को दिलाई और डेप्युटी सीएम के पद की शपथ एनसीपी नेता ने ली। अभी तक कांग्रेस और शिवसेना के साथ बातचीत कर रही एनसीपी के अचानकर बीजेपी का दामन थामने को लेकर कई सवाल भी आ रहे हैं, जिस पर अजित पवार ने जवाब दिया है।
अजित पवार ने शपथ लेने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि किसानों के समस्याओं का हल निकालने के लिए पार्टी ने बीजेपी के साथ गठबंधन किया है। उन्होंने कहा, ‘रिजल्ट आने के बाद से कोई पार्टी सरकार नहीं बना पा रही थी, महाराष्ट्र किसानों की समस्याओं समेत कई परेशानियों से जूझ रहा था। इसलिए हमने स्थिर सरकार बनाने का फैसला किया।’
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उधर, शपथ लेने के बाद देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि शिवसेना ने जनादेश का अपमान किया और राज्य को खिचड़ी सरकार की जरूरत नहीं थी। उन्होंने कहा, ‘हमने चुनाव जीता था और शिवसेना पीछे हट गई। महाराष्ट्र को स्थिर शासन की जरूरत थी। इसलिए हम साथ आए हैं। हम राज्य को एक स्थिर सरकार देंगे।’
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पीएम मोदी से मिले थे शरद पवार
गौरतलब है कि संसद का सत्र शुरू होने के बाद एनसीपी चीफ शरद पवार ने प्रधानमंत्री
की थी। वैसे तो पवार ने महाराष्ट्र के किसानों के मुद्दे पर पीएम से मुलाकात की थी, लेकिन इसे राज्य में जारी सरकार गठन की कवायद से भी जोड़कर देखा जा रहा था। इससे पहले पीएम ने राज्यसभा में एनसीपी की तारीफ कर सबको चौंका दिया था। हालांकि, उस वक्त शिवसेना ने इस मुलाकात को सामान्य बताया था और किसी प्रकार की खिचड़ी पकने की बात से इनकार किया था।
Source: National