गंभीर बोले, न्यू जीलैंड में होगी टीम इंडिया की असली परीक्षा

नई दिल्ली
भारत ने कोलकाता टेस्ट में बांग्लादेश को पारी और 40 रनों से हराकर सीरीज 2-0 से अपने नाम की। भारत ने तीसरे दिन ही मैच अपने नाम कर लिया। इससे पहले भारतीय टीम ने इंदौर में भी तीसरे ही दिन पारी और 130 रनों से जीत हासिल की थी। सीरीज के बाद टीम इंडिया के पूर्व ओपनर ने टीम इंडिया की खूब तारीफ की । उन्होंने साथ ही यह कहा कि टीम इंडिया के पेस बोलर उसे न्यू जीलैंड और ऑस्ट्रेलिया में भी मददगार होगा।

क्या बोले गंभीर
गंभीर ने कहा कि भारतीय टीम ने विपक्षी टीम पर कोई दया नहीं दिखाई। उन्होंने क्रिकइंफो के साथ बातचीत में कहा, ‘अगर आप दो दिन और एक सेशन से भी कम वक्त में मैच जीत लेते हैं तो इससे पता चलता है कि सामने वाली टीम आपके सामने कहीं नहीं टिकती।’ उन्होंने टीम इंडिया के शानदार घरेलू रेकॉर्ड का जिक्र करते हुए कहा कि इससे पता चलता है कि आप घरेलू मैदानों पर कितने मजबूत हैं और यही वजह है कि आप नंबर वन टेस्ट टीम है।

गंभीर ने हालांकि माना कि टीम इंडिया की असली चुनौती तब होगी जब अगले साल वह न्यू जीलैंड और फिर ऑस्ट्रेलिया का दौरा इसके बाद इंग्लैंड की टीम की मेजबानी करेगी। भारत ने अगले साल जनवरी-फरवरी में न्यू जीलैंड का का और फिर साल के अंत में ऑस्ट्रेलिया का दौरा करना है। इसके बाद 2021 में उसे इंग्लैंड की मेजबानी करनी है।

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गंभीर ने कहा, ‘बेशक, भारत ने साउथ अफ्रीका, बांग्लादेश और वेस्ट इंडीज को आसानी से हराया। इसी वजह से टीम इंडिया टेस्ट चैंपियनशिप पॉइंट्स टेबल में टॉप पर है।’ उन्होंने हालांकि कहा कि भारत के पास जिस तरह का तेज गेंदबाजी आक्रमण है वह न्यू जीलैंड और ऑस्ट्रेलिया में भी इसी तरह का प्रदर्शन करेगा।

गंभीर ने कोहली की मानसिक दृढ़ता की तारीफ की। उन्होंने कहा कि माना कि बांग्लादेश टीम उतनी मजबूत नहीं है लेकिन जब कोहली बल्लेबाजी करने उतरे तो सांझ का समय था और भारत के दो विकेट गिर चुके थे लेकिन उन्होंने खुद को समय दिया। कोहली ने परिस्थितियों और विपक्षी टीम को जरूरी सम्मान दिया।

पेस बैटरी का कमालगौतम गंभीर ने भारतीय पेस बोलिंग की तो तारीफ की। उन्होंने कहा कि इस अटैक के पास रफ्तार है स्विंग है और ऐटिट्यूट है जो विपक्षी टीम को कोई मौका नहीं देता। हालांकि उन्होंने बांग्लादेशी बल्लेबाजों की तकनीक पर भी सवाल खड़ा किया। उन्होंने कहा कि बांग्लादेशी टीम के बल्लेबाजों की तकनीक स्तरीय नहीं थी। उन्होंने कहा कि अगर वे इसमें सुधार नहीं करेंगे तो उन्हें बार-बार इस परिस्थिति का सामना करना पडे़गा।

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कभी-कभार ही ठीक पिंक बॉल टेस्टगंभीर ने बोला कि पिंक बॉल टेस्ट साल में दो-तीन ही बहुत हैं। उन्होंने कहा कि यह त्योहार की तरह है इसे अभी सीमित ही रखना चाहिए। गंभीर ने कहा कि आप लाल गेंद से सुबह की नर्वसनेस को खेल से अलग नहीं करना चाहेंगे। उन्होंने कहा कि और आपको ये तीन टेस्ट मैच भी ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और न्यू जीलैंड जैसी मजबूत टीमों के खिलाफ खेलना चाहिए चूंकि बांग्लादेश और श्रीलंका जैसी टीमों का स्तर इस समय भारत से काफी कम है।

Source: Sports