विकास दिख रहा है, खोजने की जरूरत नहीं : डॉ. रमन सिंह

रायपुर, अटल विकास यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने आज जंगलों और पहाड़ों से घिरे आदिवासी बहुल ग्राम कुई-कुकदुर (विकासखण्ड-पंडरिया) में लोगों को विकास कार्यो की अनेक सौगात दी। उन्होंने लोकार्पण, भूमिपूजन, सामग्री वितरण के साथ ही अनेक विकास कार्यो की घोषणा भी की। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं 2006 में लोक सुराज अभियान के तहत इस गांव में आया था, तब और अब में इस क्षेत्र में काफी परिवर्तन आया है। उन्होंने कहा कि विकास दिखाई दे रहा है, विकास ढूढने की जरूरत नहीं है। उन्होंने आम सभा में हजारों की संख्या में उपस्थित जनसमूह को धन्यवाद देते हुए कहा कि आप लोगों से मुझे काम करने की ताकत मिलती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कुई-कुकदुर में कॉलेज खुलने की दूर-दूर तक संभावना नहीं थी, यहां सांसद और विधायक के प्रयासों से कॉलेज की स्थापना हुई है। वनांचल क्षेत्र में महाविद्यालय शुरू होने से आदिवासी बच्चों को उच्च शिक्षा मिलेगी। उन्होंने प्रदेश में विगत लगभग 15 वर्षाें में शुरू किये गये अनेक जन कल्याणकारी योनाजाओं के साथ-साथ अधोसंरचना विकास के बारे में बताया। मुख्यमंत्री ने राज्य-केन्द्र शासन की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के तहत लोगों को उपलब्ध कराई जा रही सुविधाओं-एक रूपये किलो की दर से चावल, निःशुल्क नमक, पाठ्यपुस्तक, मोबाईल, ईलाज की सुविधा, सिंचाई के लिए पंप कनेक्शन, रसोई गैस, शौचालय, आयुष्मान भारत योजना के तहत गरीबों को ईलाज के लिए पांच लाख रूपये तक की सहायता, किसानों को रियायती दरों पर बिजली बिल भुगतान की सुविधा सहित विभिन्न कार्यो और उपलब्धियों से अवगत कराया।


मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने आम सभा में सात करोड़ 76 लाख 62 हजार रूपये की लागत के पांच कार्यो का लोकार्पण और 147 करोड़ 74 लाख 74 हजार रूपये की लागत के 13 कार्यो का भूमिपूजन किया। उन्होंने 128 करोड़ 88 लाख रूपये की लागत के पंडरिया-बजाग सड़क निर्माण का भूमिपूजन कर लोगों को बड़ी सौगात दी। इसके साथ ही 31 हजार से अधिक हितग्राहियों को सामग्री वितरित किया। मुख्यमंत्री ने अनेक विकास कार्यो की भी घोषणा की। इनमें कुई कुकदूर में सामुदायिक भवन के लिए 20 लाख रुपये, बोड़ला में आदिवासी भवन के लिए 20 लाख रुपये, कुई और कुकदूर ग्राम पंचायत में सीमेंट कांक्रीट सड़क के लिए 10-10 लाख रुपये की स्वीकृति दी। मुख्यमंत्री ने बोक्करखार विकासखंड बोड़ला में मिडिल स्कूल खोलने और फेंक नदी से छीरपानी जलाशय तक फीडर केनाल निर्माण के लिए सर्वे कराने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कुई कुकदुर आगमन पर सेंदूरखार, बिरूहुलडीह और लरबक्की के बैगा नर्तक दलों द्वारा उनका ऐतिहासिक स्वागत करने और अपनी कला संस्कृति पर आधारित मुकुट भेंट करने पर तीनों नर्तक दलों को 25-25 हजार रूपये देने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कुई कुकदुर के बैगा आदिवासियों को “बिरहुलडीह एक्सप्रेस“ की भी सौगात दी।
आमसभा में लोकसभा सांसद श्री अभिषेक सिंह ने पंडरिया क्षेत्र में लगातार हो रहे विकास कार्यो के बारे में बताया। उन्होंने पंडरिया-बजाग सड़क भूमिपूजन के लिए क्षेत्रवासियों को बधाई दी। उन्होंने जिले में दो शक्कर कारखाना की स्थापना बाद लोगों को रेल सुविधा उपलब्ध कराने के लिए रेल परियोजना स्वीकृति होने की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि शक्कर कारखाना के शेयरधारक किसानों की मांग पर उन्हें रियायती दर पर 21 रूपये किलो की दर से 50 किलो शक्कर दिया जा रहा है। संसदीय सचिव एवं पंडरिया विधायक श्री मोतीराम चंद्रवंशी ने कुई कुकदुर में महाविद्यालय खुलने को एक बड़ी सौगात बताते हुए कहा कि इस महाविद्यालय में 210 विद्यार्थी अध्ययन कर रहे है। उन्होंने पंडरिया-बजाग मार्ग की स्वीकृति, कुई कुकदुर में पांच सौ सीटर छात्रावास, 30 बिस्तर का अस्पताल सहित अनेक विकास कार्यो की सौगात मिलने से क्षेत्र का तेजी से विकास हुआ है।
कुई कुकदुर की आमसभा में 155 करोड़ 51 लाख रूपए के 18 विभिन्न विकास कार्यो को लोकार्पण-भूमिपूजन किया गया। इसमें सात करोड़ 76 लाख 62 हजार रूपए के पांच कार्यो का लोकार्पण और 147 करोड़ 74 लाख 74 हजार रूपए के 15 भूमिपूजन शामिल है। मुख्यमंत्री ने पांडाताराई आवर्धन जलप्रदाय योजना लागत दो करोड़ 94 लाख 13 हजार रूपए, पंडरिया में शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला भवन निर्माण लागत 95 लाख 35 हजार रूपए, पंडरिया के

जंगलपुर में शासकीय हाई स्कूल भवन निर्माण लागत 49 लाख 75 हजार रूपए, किशुनगढ़ में 33/11 के.व्ही सब स्टेशन लागत दो करोड़ 6 लाख 29 हजार रूपए और खरहट्टा 33/11 के व्ही सब स्टेशन लगभग एक करोड़ 31 लाख 10 हजार रूपए का लोकार्पण किया। इसी तरह पंडरिया-बजाग सड़क निर्माण लागत 128 करोड़ 88 लाख रूपए, शक्कर कारखाना पंडरिया में स्टाफ र्क्वाटर, आंतरिक सड़क, डोरेमेंट्री निर्माण लागत 5 करोड़ रूपए, दुल्लापुर में शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय का निर्माण लागत एक करोड़ 21 लाख 16 हजार रूपए, मुनमुना से कामठी मार्ग पर आगर नदी में पुलमय पहुंच मार्ग लागत 5 करोड़ 59 लाख 10 हजार रूपए और ग्राम रणवीरपुर में एकीकृत सुविधा केन्द्र मल्टी यूटीलिटी सेन्टर निर्माण लागत तीन करोड़ 83 लाख 30 हजार रूपए, रहूटाखुर्द में नलजल प्रदाय योजना लागत 35 लाख 88 हजार रूपए, डोगरियाखुर्द नलजल प्रदाय योजना लागत 44 लाख 78 हजार रूपए, कोयलारी कांपा नलजल प्रदाय योजना लागत 41 लाख 67 हजार रूपए, प्रतापपुर नलजल प्रदाय योजना लागत 35 लाख 89 हजार रूपए, जंगलपुर नलजल प्रदाय योजना लागत 48 लाख 51 हजार रूपए, सुकलीगोविंद में नलजल प्रदाय योजना लागत 41 लाख 40 हजार रूपए, भरेवापारा नलजल प्रदाय योजना लागत 39 लाख दो हजार रूपए और गिरधारी कांपा नलजल प्रदाय योजना लागत 36 लाख तीन हजार रूपए का भूमिपूजन किया। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह कुई-कुकदूर के आमसभा में 26 हजार 595 तेंदूपत्ता संग्राहकों को 16 करोड़ 47 लाख 24 हजार रूपए के तेंदूपत्ता बोनस वितरण किया। उन्होंने दो हजार मनरेगा मजदूरों को टिफिन, प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत एक हजार हितग्राहियों को रसोई गैस कनेक्शन, स्काई योजना के तहत 500 हितग्राहियों को स्मार्ट फोन, 500 हितग्राहियों को वनाधिकार पत्र, श्रम विभाग की विभिन्न योजना के तहत 460 हितग्राहियों को सामग्री, 22 हितग्राहियों को कृषि यंत्र, बागवानी मिशन के अंतर्गत 14 हितग्राहियों को अनुदान वितरण और मछली पालन विभाग द्वारा 6 महिला समूहों को सामग्री वितरण किया। आमसभा में कलेक्टर श्री अवनीश कुमार शरण ने स्वागत भाषण दिया। उन्होंने कबीरधाम जिले को विकास के मुख्यधारा से जोड़ने के लिए मुख्यमंत्री का आभार प्रकट किया।
इस अवसर पर कवर्धा विधायक श्री अशोक साहू, राज्य सभा के पूर्व सदस्य श्री गोपाल व्यास, राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष डॉ. सियाराम साहू, राज्य गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष श्री बिशेषर पटेल, जिला पंचायत कवर्धा के अध्यक्ष श्री संतोष पटेल, दुर्ग राजस्व संभाग के कमिश्नर श्री दिलीप वासनिकर, पुलिस अधीक्षक डॉ. लाल उमेंद सिंह, जिला पंचायत के सीईओ श्री कुंदन कुमार, वनमंडलाधिकारी श्री दिलराज प्रभाकर, राज्य कृषक कल्याण परिषद के सदस्य श्री अजीत चन्द्रवंशी, छत्तीसगढ़ श्रम कल्याण बोर्ड के सदस्य श्री गोपाल साहू, छत्तीसगढ़ राजभाषा के सदस्य श्री गणेश शरण सोनी, भोरमदेव सहकारी शक्कर कारखाना समिति के अध्यक्ष श्री भेलीराम चन्द्रवंशी, जिला लघु वनोपज सहकारी संघ के अध्यक्ष श्री सुदर्शन साहू, जनपद पंचायत पंडरिया के अध्यक्ष श्रीमती मधु महेन्द्र वर्मा, नगरपालिका कवर्धा के अध्यक्ष श्रीमती देवकुमारी चंद्रवंशी, जनपद पंचायत कवर्धा के अध्यक्ष श्रीमती ज्योति चंन्द्राकर, जनपद पंचायत बोडल के अध्यक्ष श्रीमती शांति संतराम धु्रर्वे, जनपद पंचायत सहसपुर लोहारा के अध्यक्ष श्रीमती पुष्पादेवी पाण्डेय, जिला पंचायत कबीरधाम के पूर्व अध्यक्ष श्री रामकुमार भट्ट, राज्य आयोग के पूर्व अध्यक्ष श्री संतोष पांडेय, श्री विदेशीराम धुर्वे एवं श्री रघुराज ठाकुर, ग्राम पंचायत कुई की सरपंच श्रीमती इन्द्रा बाई कोठारी एवं ग्राम पंचायत कुकदूर की सरपंच श्रीमती सतवंतीन बाई मरकाम सहित अनेक जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।