विश्व कप में भारतीय टीम का अभियान खत्म होने के बाद उन्हें इस साल अगस्त में वेस्ट इंडीज के खिलाफ एकदिवसीय सीरीज के लिए फिर से चुना गया। प्रसाद ने कहा, ‘अगर आपको याद हो तो हमने अय्यर को 18 महीने पहले (जब कोहली को विश्राम दिया गया था) एकदिवसीय टीम में शामिल किया था और उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया है। दुर्भाग्य से हम उन्हें टीम में बरकरार नहीं रख सके।’
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उन्होंने कहा, ‘अय्यर ने हालांकि अपने खेल में काफी सुधार किया है, जिससे एकदिवसीय और टी20 टीमों में चौथे क्रम की परेशानी से टीम को उबार सकते हैं।’ घरेलू प्रतियोगितओं में मुंबई का प्रतिनिधित्व करने वाले इस बल्लेबाज घरेलू और भारत ए टीम के लिए रनों का अंबार लगाया और सीनियर टीम में जगह नहीं मिलने पर निराशा भी जताई। वह हालांकि वेस्ट इंडीज दौरे के बाद से टीम के नियमित सदस्य है।
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प्रसाद के नेतृत्व वाली चयन समिति ने 2016 में अपना कार्यकाल शुरू किया था जो अब खत्म होने वाला है। प्रसाद ने कहा कि विश्व कप के तैयारियों के तहत अय्यर को मौका नहीं मिलना दुर्भाग्यपूर्ण था। प्रसाद से जब भारतीय टेस्ट टीम के आक्रमण के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘चयनसमिति का मुख्य काम सही प्रतिभा को खोज कर उन्हें एक व्यवस्थित प्रक्रिया के माध्यम से तैयार करना के बाद सही समय पर सीनियर टीम के साथ जोड़ना है। इसके बाद हमें अच्छा प्रदर्शन के लिए उनका साथ देना होता है।’
उन्होंने कहा, ‘बुमराह के अलावा बाकी के तेज गेंदबाज (इशांत शर्मा, उमेश यादव और मोहम्मद शमी) हमारी समिति के आने से पहले से थे। हमारे आने के बाद एक चीज यह है कि उन्होंने एक इकाई के रूप में अच्छा प्रदर्शन किया। हमने बुमराह को सभी प्रारूपों में एक शीर्ष श्रेणी के गेंदबाज के रूप में विकसित करने में मदद की।’
Source: Sports