कंपनी का ठेका देने में अनियमितता बरतने का आरोप
अब्बासी और अन्य पर द्रवीकृत प्राकृतिक गैस (एलएनजी) टर्मिनल का ठेका 15 सालों के लिए अपनी पसंद की कंपनी को देने और इससे राजकोष को नुकसान पहुंचाने का आरोप है। टर्मिनल का निर्माण कतर से आयातित एलएनजी के भंडारण के लिए होना था। एनएबी ने न्यायाधीश मुहम्मद बशीर की जवाबदेही अदालत में मामला दर्ज किया। न्यायाधीश बशीर ने ही भ्रष्टाचार के एक मामले में 2018 में पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को दोषी ठहराया था। मामले के मुताबिक एक कंपनी ने मार्च 2015 से इस साल सितंबर के बीच करीब 21 अरब रुपये का लाभ हासिल किया।
47 अरब राजकोषीय घाटे का आरोप
मामले में कहा गया कि अनुबंध की वजह से 2029 तक राजकोष को 47 अरब रुपये का नुकसान होगा। अब्बासी को इस मामले को लेकर जुलाई में गिरफ्तार किया गया था। एनएबी ने 2016 में मामले को बंद कर दिया था लेकिन 2018 में इसे फिर खोला गया। अब्बासी और इस्माइली पहले से ही एनएबी की हिरासत में हैं। अदालत ने उनकी न्यायिक हिरासत 16 दिसंबर तक बढ़ा दी थी।
Source: International