ट्रंप के बेटे का नाम लेने पर प्रफेसर ने मांगी माफी

वॉशिंगटन
अमेरिकी संसद की एक समिति के समक्ष डॉनल्ड ट्रंप के खिलाफ महाभियोग सुनवाई में स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय की एक प्रफेसर ने अपनी गवाही के दौरान राष्ट्रपति के नाबालिग बेटे बैरन का नाम लिया, जिस पर ट्रंप की पत्नी ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। हालांकि, प्रफेसर ने अपनी टिप्पणियों के लिए बाद में माफी मांग ली। विधि संकाय की प्रफेसर पामेला एस कारलान ने बुधवार को सदन की न्यायिक समिति द्वारा महाभियोग कार्यवाही के दौरान संविधान के तहत राष्ट्रपति के अधिकारों का विवरण देने के दौरान संबंधित टिप्पणी की।

डेमोक्रेटिक पार्टी से संसद सदस्य शीला जैक्सन ली के एक सवाल के जवाब में यह सब शुरू हुआ। कारलान ने राजा और राष्ट्रपति के बीच अंतर पर जोर देने के लिए ट्रंप के 13 वर्षीय बेटे का नाम लेते हुए कहा, ‘राष्ट्रपति ट्रंप ने जो कुछ कहा, उसके उलट, अनुच्छेद 2 उन्हें अपनी मनमर्जी के मुताबिक कुछ भी करने की इजाजत नहीं देता है और मैं आपको बस एक उदाहरण देती हूं जो आपको यह बताएगा कि उनमें (राष्ट्रपति) और राजा में क्या अंतर है। राष्ट्रपति भले ही अपने बेटे बैरन का नाम ले सकते हैं, लेकिन वह उसे सामंत नहीं बना सकते।’ उनकी इस टिप्पणी पर कमरे में मौजूद लोगों ने ठहाके लगाए।

फ्लोरिडा से रिपब्लिकन सांसद मैट गाइत्ज ने सुनवाई के दौरान बैरन के नाम का जिक्र करने को लेकर कारलान का विरोध किया। उन्होंने कहा, ‘जब आप यहां राष्ट्रपति के बेटे का नाम ले रही हैं तब आप बैरन ट्रंप का उल्लेख कर एक मजाक करने की कोशिश कर रही हैं जो आपकी दलील को विश्वसनीय नहीं बनाता। इससे आप तुच्छ दिखती हैं।’ गाइत्ज ने कहा, ‘इससे लगता है कि आप किसी के परिवार, अमेरिकी राष्ट्रपति के नाबालिग बेटे पर निशाना साध रही हैं।’ ट्रंप की पत्नी मेलानिया ने भी महाभियोग सुनवाई में अपने बेटे का नाम लेने को लेकर करलान की आलोचना की।

अमेरिका की प्रथम महिला ने अपने ट्वीट में कहा, ‘कोई भी नाबालिग निजता के अधिकारों का का हकदार है और उसे राजनीति से बाहर रखा जाना चाहिए। पामेला करलान आपको अपने गुस्सैल एवं लोगों को लुभाने के लिए पूर्वाग्रह वाले बयान को लेकर तथा इसके लिए एक बच्चे का इस्तेमाल करने को लेकर शर्मिंदा होना चाहिए।’ कारलान ने अपनी टिप्पणियों के लिए बाद में माफी मांगते हुए कहा, ‘मैंने राष्ट्रपति के बेटे के बारे में पहले जो कुछ भी कहा, उसके लिए माफी मांगती हूं। मैं चाहती हूं कि राष्ट्रपति अपने गलत कार्यों के लिए माफी मांगें। लेकिन मैं भी यह कहने के लिए खेद प्रकट करती हूं।’

Source: International