हॉन्ग कॉन्ग में लोकतंत्र के समर्थन में हो रहे प्रदर्शन के छह महीने पूरे होने के अवसर पर रविवार को लाखों लोगों ने विशाल रैली निकालकर आंदोलन के प्रति समर्थन व्यक्त किया। इस मौके पर उन्होंने समर्थक नेताओं को चेतावनी दी कि इस राजनीतिक संकट को हल करने के लिए उनके पास आखिरी मौका है। आयोजकों के मुताबिक करीब आठ लाख लोगों ने हॉन्ग कॉन्ग के वित्तीय केंद्र की सड़कों पर घंटो प्रदर्शन किया और रैली निकाली, जो दिखाता है कि करीब छह महीने की अशांति के बावजूद माहौल तनावपूर्ण है एवं सरकार के प्रति गुस्से का माहौल है।
पुलिस जो हमेशा प्रदर्शनों में जुटने वाली भीड़ को कमतर बताती है, ने भी स्थानीय मीडिया से कहा कि करीब एक लाख 83 हजार लोगों ने प्रदर्शन में हिस्सा लिया। यह संख्या बीते महीनों में सबसे अधिक है। दुर्लभ घटना के तहत पुलिस प्रशासन ने रैली की अनुमति दी थी। यह रैली स्थानीय चुनाव में चीन समर्थक पार्टियों को मिली करारी हार के दो हफ्ते बाद हुई, जो पहले दावा कर रही थी कि बहुमत आंदोलन के खिलाफ है। रात को सड़कों पर जुटी भीड़ ने मोबाइल का टॉर्च जलाकर प्रदर्शन किया। काले कपड़े पहनकर प्रदर्शन में शामिल हुए लोगों ने मुख्य कार्यकारी कैरी लैम और बीजिंग के खिलाफ गुस्सा और निराशा प्रकट किया जो चुनाव में हार के बावजूद रियायत देने से इनकार कर दिया है।
प्रदर्शन में शामिल 50 वर्षीय वोंग उपनाम के व्यक्ति ने कहा, ‘इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि हम अपनी भावनाएं किस रूप में रखते हैं, चाहे शांतिपूर्ण मार्च हो या सभ्य तरीके से किया गया चुनाव, सरकार नहीं सुनेगी। वह केवल चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के आदेशों का अनुपालन करेगी।’
कैंटोनीस पॉपस्टार डेनिस हो में भी प्रदर्शन का वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा ‘लैरी कैम यह देखो तुम्हारा बहुमत।’ हो के संगीत पर चीन में रोक है। उल्लेखनीय है कि हॉन्ग कॉन्ग चीन का अर्ध स्वायत्त क्षेत्र है जिसे ब्रिटेन ने 1997 में 100 साल की लीज पूरी होने के बाद चीन को सौंपा था, लेकिन पेइचिंग की ओर से अधिनायकवादी शासन लागू करने की कोशिश के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन लगातार हिंसक होते जा रहे हैं। प्रदर्शनकारी लोकतांत्रिक अधिकारों को कायम रखने के साथ प्रदर्शन के दौरान की गई पुलिस ज्यादती की निष्पक्ष जांच, हिरासत में लिए गए लोगों को आम माफी और स्वतंत्र चुनाव की मांग कर रहे हैं।
Source: International