द एक्सप्रेस ट्रिब्यून के मुताबिक, जरदारी को जून 2019 में फर्जी बैंक खातों के मामले में राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) के अधिकारियों द्वारा गिरफ्तार किया गया था। वह वर्तमान में रावलपिंडी की अदियाला जेल में है। पीपीपी अध्यक्ष ने सोमवार को यहां मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, ‘हमें उम्मीद है कि मेडिकल रिपोर्ट 11 दिसंबर को अदालत में पेश की जाएगी, और जरदारी और फरयाल तालपुर के लंबित जमानत अनुरोधों को मंजूरी दी जाएगी। हम आशा करते हैं कि अदालतों द्वारा न्याय किया जाएगा।’
उन्होंने कहा कि रिपोर्ट अदालत में पेश की जाएगी, जो चिकित्सा आधार पर जमानत के बारे में फैसला करेगी। फिर, हम जरदारी को कराची के एक अस्पताल में भर्ती कराएंगे। बिलावल ने विपक्षी नेताओं की गिरफ्तारी को सरकार द्वारा उन्हें चुप कराने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली दबाव रणनीति करार दिया। उन्होंने कहा, ‘हम चुप नहीं रहेंगे और ना ही हम पीछे हटेंगे।’
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