48 साल में पहली बार, दोनों कप्तान 'गोल्डन डक' का शिकार

विशाखापत्तनम
बुधवार को विशाखापत्तनम वनडे में भारत ने वेस्ट इंडीज को 107 रनों से हरा दिया। पहले बल्लेबाजी का न्योता मिलने पर भारत ने रोहित शर्मा के 159 और केएल राहुल के 102 रनों की मदद से पांच विकेट पर 387 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया। जवाब में वेस्ट इंडीज की टीम 280 रनों पर ऑल आउट हो गई।

भारतीय कप्तान इस मैच में अपनी पहली ही गेंद परआउट हो गए। वनडे क्रिकेट में छह साल बाद हुए थे। संयोग की बात यह रही कि वेस्ट इंडीज के कप्तान भी अपनी पहली ही गेंद पर खाता खोले बिना आउट हो गए। वनडे इंटरनैशनल के 48 साल के इतिहास में पहली बार दोनों कप्तान गोल्डन डक हुए।

कैसे आउट हुए कोहली
रोहित और राहुल के बीच 227 रनों की बड़ी साझेदारी होने के बाद कप्तान कोहली क्रीज पर उतरे। गेंद पोलार्ड के हाथों में थी। पोलार्ड ने भारतीय कप्तान को स्लो बाउंसर फेंकी। कोहली गेंद की रफ्तार को समझ नहीं पाए और जल्दी शॉट खेल गए। मिडविकेट पर खड़े रोस्टन चेज ने उनका आसान सा कैच लपक लिया।

पोलार्ड भी पहली ही गेंद पर आउट
पोलार्ड क्रीज पर मैच के बहुत ही महत्वपूर्ण लम्हे में आए। उस समय विंडीज का स्कोर चार विकेट पर 192 रन था। निकोलस पूरन 47 गेंदों पर 75 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेलकर मोहम्मद शमी की गेंद पर बड़ा शॉट खेलने के चक्कर में आउट हुए थे। पोलार्ड से विंडीज टीम को कप्तानी पारी की उम्मीद थी। लेकिन ऐसा हो न सका। अपनी पहली ही गेंद पर वह विकेट के पीछे ऋषभ पंत को कैच थमाकर लौट गए। यह गेंद ऑफ स्टंप के बाहर पिच हुई और पोलार्ड ने इसे दूर से खेलने का प्रयास किया और गेंद ने बल्ले का बाहरी किनारा लिया। विकेट के पीछे पंत ने कोई गलती नहीं की।

सीरीज हुई 1-1 से हुई बराबर
भारत के लिए यह विकेट काफी महत्वपूर्ण रहा और उसने मैच में वापसी कर ली। वेस्ट इंडीज ने चेन्नै में भारत को 8 विकेट से हराया था। सीरीज का निर्णायक मुकाबला 22 दिसंबर को कटक में खेला जाएगा।

Source: Sports