रायपुर,शिक्षा मंत्री केदार कश्यप के सपने को पूरा करने वाले बयान पर तीखा प्रहार करते हुए प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि मंत्री केदार कश्यप के शिक्षा मंत्री रहते छत्तीसगढ़ में मुन्ना भाई जैसे प्रकरण बढ़े। मंत्री की पत्नी सत्ता का दुरूपयोग कर परीक्षा दिलाने अपने स्थान पर अपने रिश्तेदार को भेजती है। मंत्री का पीए नकल करते हुए पकड़ा जाता है। मुन्ना भाईयों को मंत्री केदार कश्यप का संरक्षण था। कांग्रेस जनता के हितों के लिए सपने देखती थी और उस सपने को पूरा भी करती थी। शिक्षा का प्रकाश तीव्रता के साथ फैले इसके लिए कांग्रेस ने आजादी के बाद ज्यादा से ज्यादा स्कूलों का निर्माण किया। शिक्षकों की भर्ती की। वहीं 15 सालों की भाजपा के कार्यकाल में छत्तीसगढ़ के 3000 से अधिक शासकीय स्कूलों को बंद किया गया। शिक्षकों के 54 हजार पदों को खाली रखा गया। शिक्षा का व्यवसायीकरण कर भाजपा समर्थित पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाया गया। उन्होंने केदार कश्यप से पूछा राज्य में 54,000 शिक्षकों के पद क्यों रिक्त है? 15 सालों में विषय विशेषज्ञ शिक्षक क्यों नहीं बन पाए? उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ निर्माण के समय राज्य के हिस्से में मात्र 22,000 शिक्षाकर्मी आए थे और 2003 में भाजपा ने शिक्षाकर्मियों को संविलियन कर शिक्षक बनाने का वादा किया था और उस वादे से मुकर कर राज्य में 1,60,000 शिक्षाकर्मियों की भर्ती किया। शासकीय नौकरियों में सीधी भर्ती करने के बजाय, आउटसोर्सिंग के जरिए भर्ती क्यों किया गया? 15 सालों से अनुसूचित जाति के छात्रों को स्कॉलरशिप समय पर क्यों नहीं मिला? भाजपा के 2013 के घोषणा पत्र में 146 ब्लॉकों में अंग्रेजी माध्यम के स्कूल चलाने की घोषणा की गई थी क्यों शुरू नहीं हो पायी? विकासखंड स्तर पर मॉडल स्कूल खोला जाना था स्कूलों में कंप्यूटर की शिक्षा अनिवार्य की बात की गई थी। अशासकीय स्कूल और कॉलेज की फीस का निर्धारण करने के लिए फीस नियामक आयोग का गठन किया जाना था, गठन नहीं हो पाया। विदेश में शिक्षा के लिये न्यूनतम दर पर ऋण की सुविधा नहीं मिल पायी। कॉलेज में प्रवेश लेने वाले प्रथम वर्ष के सभी छात्र छात्राओं को टेबलेट और लैपटॉप नहीं मिल पाया।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि वादा करना, वादा कर मुकर जाना और फिर वादा करना भारतीय जनता पार्टी की संस्कृति है। भाजपा की सरकार 15 सालों में शिक्षा, स्वास्थ्य और कृषि के क्षेत्र में जन कल्याणकारी कार्य करने में विफल रह चुकी है। छत्तीसगढ़ का दुर्भाग्य है कि 15 साल से राज्य में कमीशनखोर और भ्रष्ट सरकार सत्ता पर बैठी है और छत्तीसगढ़ की जल, जंगल, जमीन पर कब्जे करने के नियत से काम कर रही है। केदार कश्यप के बयान से स्पष्ट हो गया कि रमन भाजपा की सरकार 15 साल बाद भी अपनी उपलब्धि बताने में नाकाम है और कांग्रेस पर आरोप लगाकर अपनी विफलताओं को छुपाने राजनीतिक रोटी सेकने और चौथी बार सरकार बनाने सपना देख रही है।