बिरसिंहपुर पाली-(तपस गुप्ता)किसी भी शैक्षणिक संस्थान परिवार के प्राचार्य को संस्था का मुखिया कहा जाता है लेकिन जब मुखिया ही अपने परिवार के सदस्यों के साथ भेदभाव पर उतारू हो जाए और संस्था के चुने सदस्यों के साथ भेदभाव कर मानसिक रूप से परेशान करने लगे तो उस मुखिया क्या कहेंगे..* जी हां हम बात कर रहे हैं बिरसिंहपुर पाली एकलव्य आवासीय विद्यालय का.. जहां के प्राचार्य के खिलाफ लामबंद महिला शिक्षकों ने मानसिक रूप से परेशान कर भेदभाव करने व रात में विद्यालय से बाहर जाने के कथित आदेश दिए जाने का आरोप लगाया है। पीड़ित महिला शिक्षकों ने बताया कि वह अपना अध्यापन कार्य पूरी निष्ठा व ईमानदारी से करते आ रही हैं लेकिन एकलव्य विद्यालय के प्राचार्य द्वारा उनके साथ भेदभाव किया जाता है महिला शिक्षकों ने बताया कि विद्यालय में कुछ शिक्षक है उन्हें प्राचार्य द्वारा कुछ नहीं कहा जाता जबकि हम लोगो पर ज्यादा शख्ती बरती जाती है। बताया गया है कि विद्यालय के किसी भी गलत काम का विरोध करने पर तथाकथित प्राचार्य के द्वारा सेवा से मुक्त कर देने की धमकी दी जाती है।
*कौन है ये तिकड़ी*
सूत्रों के मुताबिक एकलव्य आवासीय विद्यालय में पहले कोई भी विवादित पहलू सामने नही आ रहा था लेकिन जबसे विद्यालय में तिकड़ी गुट बना तबसे इस तिकड़ी गुट के कारण शिक्षा मन्दिर का माहौल बिगड़ता जा रहा है। बताया जाता है कि यह तिकड़ी ग्रुप खुद को सुरक्षित रखने और मनमाफिक अपनी सेवा देने के लिए कुछ भी कर गुजरने से कोई परहेज नही करता।चर्चा तो यह भी है कि इनके द्वारा विद्यालय परिसर में विवाद की स्थिति आये दिन पैदा कर वहाँ के शांति माहौल को भंग करने का काम भी किया जाता है। बहरहाल इस संबंध में कोई भी खुलकर कोई कुछ कहने की जहमत नही उठा रहे।
*मुझ पर लगाये आरोप गलत है*
जब इस मामले में संबंधित प्राचार्य तेन सिंह रघुवंशी से बात की गई तो उन्होंने अपने ऊपर लगे आरोप को गलत बताया और कहा कि कथित शिक्षिका पठन पाठन कार्य सही तरीके से संपादित नही कराती जिसका मैं विरोध करता हूं इसलिए यह गलत आरोप मुझपर लगाए जा रहे है। प्राचार्य ने कहा कि उनका मनसा कोई गलत नही है जो वह रात में शिक्षिकाओं को कोई काम बताते है। उनका कहना है कि वह कमिश्नर से मिले आदेश का पालन कर रहे है।
*मामले में जांच के बाद होगी कार्यवाही*
वही मामले में एसडीएम दीपक चौहान ने कहा कि अभी तक उनके पास कोई शिकायत नहीं आई है फिर भी मामले में जांच कर आगे की कार्यवाही करेंगे।
*क्या होगी कार्यवाही*
अब देखने योग्य बात यह होगी कि आखिर इस गंभीर मामले में प्रशासन क्या कदम उठाता है और पीड़ितों को क्या न्याय मिलता है।