रायपुर। दो चरणों में होने वाले चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने कहा है कि छत्तीसगढ़ में सन् 2008 और 2013 में भी चुनाव दो चरणों में कराए गए थे। उस वक्त केन्द्र में यूपीए की सरकार थी। तो क्या 2008 और 2013 में कांग्रेस के कहने पर चुनावों को दो चरणों में कराया गया था? क्या कांग्रेस सरकार ने बस्तर में आठ सीटें इसी प्रकार छल-कपट करके जीती? कांग्रेस को इसका जवाब देना चाहिए।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव ने कहा कि कांग्रेस केवल झूठ बोलकर और बार-बार झूठ बोलकर जनता को भ्रमित करने के लिए प्रयासरत रहती है। और इस चुनाव में भी कांग्रेस का इकलौता एजेंडा झूठ बोलकर भ्रम फैलाना ही है। भाजपा प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह पर यह आरोप लगाना बेमानी है कि वे पहले अपनी राजनांदगांव विधानसभा सीट पर मतदान करा रहे हैं। राजनांदगांव सीट भी नक्सल प्रभावित जिले से है, इसलिए उस सीट पर इससे पूर्व भी पहले चरण में मतदान होता रहा है।
कांग्रेस पार्टी झूठ प्रचार को अपना चुनावी हथकंडा बना रही है। हर तरफ झूठ और झूठ के अलावा कोई नई बात नही । कांग्रेस में ना नेता है ना नियत और नीति है। कांग्रेस को अपनी हार स्पष्ट दिख रही है। वह जानती है कि भाजपा सरकार द्वारा कराये गये विकास और शासन की उपलब्धियों पर बात करने में मुंह की खायेंगे। कांग्रेस यह जान गयी है कि प्रदेश के विकास कार्यों के कारण छत्तीसगढ़ की जनता पूरी तरह भाजपा के साथ है। इसलिए कांग्रेस ने चुनाव के एजेंडे को ही जन सरोकार के जुड़े मुद्दे से हटाकर उसे सेक्स सीडी, झूठ और बकवास आरोपों तक समेट दिया है। कांग्रेस के इस कृत्य का जनता मुंह तोड़ जवाब देगी।
श्री श्रीवास्तव ने कहा कि चुनाव कार्यक्रम घोषित करना चुनाव आयोग का काम है। झूठ पर झूठ फैलाकर कांग्रेस अपनी असलियत दिखा रही है। जनता इसका करारा जवाब देगी। कांग्रेस अपनी सुनिश्चित पराजय से घबरा चुकी है इसी कारण वह ऐसे मुद्दों को उठा रही है।