विमान यात्रियों का सांसद प्रज्ञा के साथ बहस का वीडियो हुआ वायरल

भोपाल, 23 दिसंबर (भाषा) भोपाल से भाजपा सांसद प्रज्ञा ठाकुर का एक कथित वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ है जिसमें स्पाइस जेट की दिल्ली – भोपाल उड़ान के यात्री उनसे बहस करते हुए नजर आ रहे हैं। हालांकि ठाकुर ने इस स्थिति के लिये निजी विमान सेवा को दोषी ठहराते हुए कहा कि वह इस मामले को संबंधित मंत्री (नागरिक उड्डयन मंत्री) तक ले जायेंगी क्योंकि स्पाइस जेट की उड़ान में उन्हें पहले से आवंटित सीट देने से मना कर दिया गया था। शनिवार शाम को दिल्ली से भोपाल पहुंचने के बाद सांसद ने भोपाल के राजा भोज विमानतल के निदेशक को इस बारे में शिकायत दर्ज करायी। लगभग डेढ़ मिनट के इस वीडियो में उड़ान में देरी होने से यात्री प्रज्ञा से अपनी नाराजगी जताते हुए नजर रहे हैं। एक महिला यात्री विमान के कर्मचारियों से इस मामले :प्रज्ञा की सीट: में निर्णय लेने को कह रही है और साथ ही कह रही हैं कि समय की कोई कीमत नहीं है और कोई व्यावसायिकता नहीं है। उत्तर में प्रज्ञा ने कहा, ‘‘मैंने उन्हें अपनी नियम पुस्तिका दिखाने के लिये कहा, यदि उसमें यह है :एक व्हीलचेयर यात्री को उस विशेष सीट को नहीं दिया जा सकता है।: तो मैं अपनी सीट बदल दूंगी। भले ही मैं उसमें बैठने में सक्षम ना हूं।’’ फिर एक व्यक्ति यह कहता सुनाई देता है, ‘‘यदि वह अपनी नियम पुस्तिका नहीं दिखा पा रहे हैं तो आप एक जनप्रतिनिधि हैं, आपका काम लोगों को परेशान करना नहीं हैं, आप अगली उड़ान ले सकती हैं।’’ इस पर प्रज्ञा ने कहा कि इस उड़ान में पहला दर्जा नहीं होने और उनके लायक सुविधा नहीं होने के बावजूद वह किसी आवश्यकता की वजह से इस उड़ान से जा रही हैं। इस पर एक अन्य व्यक्ति कहता है कि पहले दर्जे में यात्रा करना आपका अधिकार नहीं है। यदि कोई एक आदमी भी आपकी वजह से परेशान हो रहा है तो आपको वह दूर करना चाहिये क्योंकि आप नेता हैं। आपको शर्म आना चाहिये कि आपने 50 लोगों को रोक के रखा है। वीडियो के अंत में सांसद ने उस व्यक्ति के वाक्य ‘‘आपको शर्म आना चाहिये’’ पर आपत्ति जताई। सोमवार को पत्रकारों से घटना के बारे में चर्चा करते हुए प्रज्ञा ने कहा कि उन्होंने विशेष सीट :आगे अधिक जगह वाली: के लिये अतिरिक्त पैसों का भुगतान किया था, लेकिन फिर भी उनसे वह सीट खाली करवाई गई। प्रज्ञा ने कहा, ‘‘मैंने किसी कानून का उल्लधंन नहीं किया न ही दूसरों को करने देती हूं। मुझे रीढ़ की हड्डी और पैरों में समस्या है। इसलिये मुझे ज्यादा जगह वाली सीट की आवश्यकता है। मैं व्हीलचेयर पर विमान में आई। बोर्डिग पास मिला और मुझे 1-ए सीट आवंटित की गई। मैंने इसके लिये अतिरिक्त शुल्क भी अदा किया। लेकिन एयर होस्टेस ने यह कहते मुझे उस सीट पर नहीं बैठने दिया कि यह :1-ए: एक आपातकालीन सीट है। सांसद ने कहा कि उन्होंने स्टॉफ से नियम पुस्तिका बताने के लिये कहा लेकिन वह नहीं दी गई। एक सवाल के उत्तर में प्रज्ञा ने बताया कि भोपाल में विमानतल निदेशक से उन्होंने शिकायत की और इस मामले में मंत्री :नागरिक उड्डयन: से भी बात की। स्पाइस जेट ने रविवार को एक इस मामले में स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि प्रज्ञा ने जो सीट बुक कराई थी, वह ‘आगे की एवं आपातकालीन पंक्ति’ की सीट थी और सुरक्षा की दृष्टि से उनके जैसे व्हीलचेयर में आने वाले यात्री को इस पंक्ति की सीट आवंटित नहीं की जाती है। इसलिए उनकी सुरक्षा के लिए उन्हें उनकी बुक कराई गई सीट 1ए की बजाय दूसरी सीट 2ए/बी दी गई। स्पाइस जेट ने कहा कि उसे इस बात की जानकारी भी नहीं थी कि वह व्हीलचेयर से आयेंगी।

Source: Madhyapradesh