ग्रहण की शुरुआत सुबह 7:59 पर होगी और यह दोपहर बाद 1:35 पर समाप्त होगा। 10:47 पर यह अपने चरम पर होगा और उम्मीद है कि यह करीब साढ़े तीन मिनट तक ऐसा रहेगा। रणजी मैच सुबह साढ़े नौ बजे शुरू होते हैं।
बीसीसीआई के जनरल मैनेजर (ऑपरेशंस) सबा करीम ने हमारे सहयोगी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया, ‘हमने अभी तक मंगलवार को होने वाली चीजों के बारे में फैसला नहीं लिया है। हमें यह मैच रैफरी पर छोड़ना होगा।’ पूर्व भारतीय विकेटकीपर करीम 1990 के दशक में एक घरेलू मैच का हिस्सा थे जिसे सूर्य ग्रहण के कारण रीशेड्यूल किया गया था।
मैसूरु में बुधवार को कर्नाटक की टीम का मुकाबला हिमाचल प्रदेश से शुरू होगा। मैच से पहले हुई बैठक में कप्तान और मैच अधिकारियों ने इस परिस्थिति पर कोई चर्चा नहीं की। रणजी के मुकाबले जिन मैदानों पर हो रहे हैं, उनमें मैसुरु पर ग्रहण का असर सबसे ज्यादा देखा जाएगा। खबर है कि यहां ग्रहण 88 प्रतिशत असर दिखेगा।
मैच के दौरान खिलाड़ियों पर ग्रहण के संभावित असर के बारे में नारायण नेत्रालय के चैयरमैन और नेत्र विशेषज्ञ डॉक्टर भुजंग शेट्टी ने कहा, ‘अगर लोग नंगी आंखों के साथ सूर्य ग्रहण को देखते हैं तो रेटीना को नुकसान पहुंच सकता है। जब ग्रहण अपने चरम पर हो तो खतरा ज्यादा बढ़ जाता है।’
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