नोट्रे डेम के पादरी बोले, इसे पूरा बचाना मुश्किल

पैरिस
कैथड्रल के पादरी ने कहा है कि इस ऐतिहासिक गिरजाघर की इमारत अब भी इतनी कमजोर है कि इसे शत प्रतिशत बचा पाने की 50 फीसदी ही गुंजाइश है। अप्रैल में आग लगने से 12 वीं सदी की इस इमारत को भारी नुकसान पहुंचा था। मोनसीनेर पैत्रिक शावेत ने कहा कि 2021 तक जीर्णोद्धार कार्य शुरू होने की संभावना नहीं है और फ्रांसीसी क्रांति (1789) के बाद से पहली बार नोट्रे डेम के अंदर क्रिसमस नहीं मनाए जा सकने पर दुख जाहिर किया।

उन्होंने कहा, ‘आज यह (इमारत) खतरे से बाहर नहीं है।’ राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों ने कहा है कि वह 2024 तक इसका जीर्णोद्धार करना चाहते हैं जब पैरिस में ओलिंपिक खेल होंगे। लेकिन विशेषज्ञों ने इस समय सीमा को लेकर आशंका जाहिर की है।

इस बीच, कैथोलिक समुदाय के लोग नोट्रे-डेम के बजाय नजदीक के गिरजाघर सेंट-जर्मेन आई ऑक्सेरोइस में भारी मन से एकत्रित हुए। अपने परिवार के साथ 700 किलोमीटर की यात्रा करने के बाद यहां पहुंची 16 वर्षीय जूनिएट ने कहा, ‘पहले जैसी बात नहीं है, लेकिन फिर भी क्रिसमस मास (का महत्व) तो है।’ यूनेस्को के विश्व धरोहर स्थलों की सूची में शामिल नोट्रे-डेम सीन नदी के किनारे स्थित है। इसे फ्रेंच गोथिक वास्तुकला का एक बेहतरीन उदाहरण माना जाता है

Source: International