रायपुर भाजपा ने प्रदेश कांग्रेस में मचे घमासान पर शुक्रवार को फिर चुटकी ली और कहा कि चुनाव संचालन के लिए बनी कोर कमेटी कांग्रेस के भीतर चल रहे सत्ता-संघर्ष और गुटीय अंतर्द्वंद को सिद्घ कर रही है।
भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि गुटबाजी और सत्तालोलुपता से उपजा अंतर्कलह कांग्रेस की स्थाई पहचान बन गया है। कोई इसका स्थाई समाधान केन्द्रीय नेतृत्व तक नहीं कर पा रहा है। बस तात्कालिक उपाय करके पार्टी चलाना और येन-केन-प्रकारेण सत्ता पाना ही कांग्रेस का उद्देश्य रह गया है। हाल ही में घोषित कांग्रेस चुनाव संचालन की कोर कमेटी पर कौशिक ने कहा कि कोर कमेटी में जहां डॉ. चरणदास महंत, कमला मनहर और ताम्रध्वज साहू को एक ही गुट का माना जा रहा है। वहीं पूर्व प्रदेश अध्यक्ष धनेन्द्र साहू, मोहम्मद अबकर और पूर्व नेता प्रतिपक्ष रविन्द्र चौबे को पूरी तरह अनदेखा कर दिया गया है। दूसरी ओर सीडी-मामले की साजिश के आरोपों से घिरे प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल और उनके करीबियों के पर काटकर उनकी लॉबी को कमजोर कर दिया गया है। बघेल के घटते सियासी कद का संकेत नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव का महत्व बढ़ाकर कांग्रेस नेतृत्व ने दिया है।
अपने घटते कद और प्रभाव के बावजूद बघेल अनर्गल प्रलाप करके अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के हास्यास्पद उपक्रम से बाज नहीं आ रहे हैं। जातिवाद की राजनीति कर बघेल ने छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को जनाधारविहीन कर दिया है। उनके पिता नंदकुमार बघेल भी बीच-बीच में इसी तरह के वीडियो और बयान देकर जातिवाद केन्द्रित राजनीति करने का काम करते रहे हैं। इससे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भी अछूते नहीं रह गए हैं।