रायपुर,छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ पत्रकार रुचिर गर्ग ने शनिवार को अपनी 33 साल की पत्रकारिता के बाद कांग्रेस का हाथ थाम लिया। इसके बाद वे रविवार को रायपुर पहुचे । रायपुर पहुंचते ही मीडिया जगत के उनके साथियों और कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने जमकर उनका स्वागत किया। उन्हें रायपुर के स्वामी विवेकानंद विमान तल से मोटरसाइकिल रैली के साथ प्रदेश कांग्रेस कार्यालय राजीव भवन लाया गया। यहां पर उन्होंने पत्रकार सम्मेलन में कहा कि देश इस वक्त संविधान और धर्मनिरपेक्षता के संकट से गुजर रहा है। ऐसे में सिर्फ कांग्रेस पार्टी ही इसे बचाने अपनी आवाज बुलंद किए हुए है।
उन्होंने कहा कि मेरा यह फैसला बड़े ही आसनी से व भावुकता में लिया हुआ फैसला नहीं है। मैंने राजनीतिक क्षेत्र में कदम रखने से पहले देश के जाने-माने समाचार पत्रों के सम्पादकों और अनेक सलाहकर्ताओं से चर्चा की है। उसके बाद मैंने अपनी पत्रकारिता के कॅरियर के अनुसार भी अपनी अंतरआत्मा से इसका जवाब जानने के बाद ही राजनीति में प्रवेश करने का निर्णय लिया। इस दौरान मैंने पार्टी को लेकर भी बहुत विचार-विमर्श किया। ऐसे में मुझे सिर्फ कांग्रेस ही एक ऐसी पार्टी दिखी जो देश के संविधान और धर्मनिरपेक्षमता को बचाने मैदानी लड़ाई लड़ रही है। इस कारण मैंने पार्टी से जुड़कर एक मैदानी कार्यकर्ता के रुप में इस लड़ाई का हिस्सा बनने इस पार्टी को चुना।
गर्ग ने कहा कि देश के मौजूदा हालात को देखकर पत्रकार बिरादरी बहुत चिंतित है। देश मे दो धाराएं हैं, एक धारा देश को तोडऩा चाहती है, तो दूसरी इसे बचाना।