इंदौर, 15 जनवरी (भाषा) देश में “स्वच्छ सर्वेक्षण 2020” जारी रहने के बीच शहरी विकास पर संसद की स्थायी समिति के अध्यक्ष जगदंबिका पाल ने साफ-सफाई को लेकर स्थानीय व्यवस्थाओं की बुधवार को तारीफ की। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश का यह सबसे बड़ा नगर स्वच्छता अभियान के मामले में राष्ट्रीय स्तर पर आदर्श बनेगा। इंदौर, राष्ट्रीय स्वच्छता रैंकिंग में लगातार तीन बार अव्वल रह चुका है। पाल की अगुवाई वाली स्थायी समिति के 10 सांसद यहां शहरी विकास के विषय में अध्ययन दौरे पर आये थे। समिति के गठन के बाद यह इसका देश भर में पहला अध्ययन दौरा था। उत्तरप्रदेश के डुमरियागंज क्षेत्र से भाजपा सांसद ने दौरा शुरू होने के बाद यहां संवाददाताओं से कहा, “स्वच्छता अभियान के मामले में इंदौर देश भर के शहरों में रोल मॉडल बनेगा। इस शहर की स्वच्छता में प्रशासन और नगर निगम के साथ इसके निवासियों की जागरूकता का भी बड़ा योगदान है।” पाल ने शहर में देवगुराड़िया क्षेत्र के ट्रैचिंग ग्राउंड से 40 साल पुराना कूडे़ का पहाड़ हटाये जाने, सड़कों के किनारों से अतिक्रमण हटाकर वहां साइिकल ट्रैक बनाये जाने और सार्वजनिक स्थलों पर बगीचे विकसित किये जाने जैसे कदमों की भी तारीफ की। उन्होंने पलासिया क्षेत्र में हाल ही में विकसित आदर्श सड़क के दौरे के बाद कहा, “हमारी संसदीय समिति के माध्यम से पूरे देश में संदेश जायेगा कि इंदौर में एक सड़क इतनी साफ है जहां बैठकर लोग खाना खा भी सकते हैं।” शहरी विकास पर संसद की स्थायी समिति में मध्यप्रदेश के राज्यसभा सांसद व राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और स्थानीय लोकसभा सांसद शंकर लालवानी भी शामिल हैं। ये दोनों सांसद भी समिति के इंदौर दौरे में शरीक हुए। देश भर में “स्वच्छ सर्वेक्षण 2020” चार जनवरी से शुरू हो चुका है जो 31 जनवरी तक चलेगा। हालांकि, इंदौर ने इस सर्वेक्षण की शुरूआत से पहले ही सफाई के इस सालाना मुकाबले में बढ़त बना ली है। इस सर्वेक्षण की दो आरंभिक लीगों की रैंकिंग में मध्यप्रदेश का यह सबसे बड़ा शहर देश भर में अव्वल रहा है। आवास और शहरी मामलों के केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने दो स्वच्छ सर्वेक्षण लीगों (अप्रैल से जून और जुलाई से सितंबर) के ये तिमाही आधारित नतीजे गत 31 दिसंबर को नयी दिल्ली में घोषित किये थे।
Source: Madhyapradesh