रायपुर ,छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री और जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के अध्यक्ष ने छत्तीसगढ़ के जनकवि और गीतकार श्री लक्ष्मण मस्तुरिया के निधन पर गहरा दुःख व्यक्त किया है। जोगी ने कहा कि श्री मस्तुरिया ने अपनी रचनाओं के माध्यम से छत्तीसगढ़ के प्रत्येक नागरिक के दिल में विशेष स्थान बना लिया था। उनका गीत “मोर संग चलव रे” हर छत्तीसगढ़वासी के होठों पर बसा हुआ है।
जोगी ने कहा कि श्री मस्तुरिया की प्रतिभाओं और बेहद सरल स्वभाव की वजह से हर छत्तीसगढ़वासी को उनसे गहरा लगाव था। उनके निधन से न केवल उनके गृहग्राम मस्तूरी बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ ने एक हीरे को खो दिया है। उनके निधन से गीतकारों और कवियों के एक युग का अंत हो गया है। उन्होंने जनता कांग्रेस परिवार की ओर से श्री लक्ष्मण मस्तुरिया को अश्रुपूरित श्रद्धांजलि अर्पित की और ईश्वर से उनकी आत्मा को शान्ति देने तथा उनके परिवार समेत पूरे छत्तीसगढ़वासियों को यह दुःख सहने की शक्ति देने की प्रार्थना की है।जोगी ने राज्य सरकार से मांग की है कि यद्यपि प्रदेश में आदर्श आचार संहिता लागू है लेकिन इस विशेष परिस्थिति को देखते हुए चुनाव आयोग से विशेष अनुमति लेकर श्री लक्ष्मण मस्तुरिया के नाम पर प्रदेश में कवि पुरस्कार देने की घोषणा करें। यही श्री मस्तुरिया को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।