करॉना पर देर से जागा चीन, अधिकारी ने माना

पेइचिंगचीन में के केंद्र वुहान के एक वरिष्ठतम अधिकारी ने शुक्रवार को कहा कि करॉना वायरस संक्रमण का पता चलने के बाद देर से कदम उठाने के चलते स्थिति बिगड़ गई। चीन में सार्स जैसे इस वायरस के संक्रमण से 210 से अधिक लोगों की जान चली गई है और करीब 10,000 अन्य उसकी चपेट में आ चुके हैं। अन्य देशों में भी करॉना वायरस के मामले सामने आए हैं। 20 से अधिक देशों में इस बीमारी का असर देखा गया है।

चीन में सोशल मीडिया पर वुहान में स्थानीय प्रशासन द्वारा इस स्वास्थ्य आपात स्थिति से निपटने के तौर तरीके को लेकर लोग नाराजगी प्रकट कर रहे हैं। सबसे पहले वुहान में ही इस वायरस का पता चला था। वुहान के अधिकारियों की पिछले साल के आखिर तक इस संक्रमण के बारे में जानकारियां रोककर रखने को लेकर ऑनलाइन मंच पर आलोचना हो रही है।

वुहान के नगर निगम कम्युनिस्ट पार्टी के सचिव मा गुकियांग ने कहा, ‘फिलहाल मैं अपराध बोध और अफसोस की स्थिति में हूं। मैं खुद को धिक्कारता हूं।’ उन्होंने सरकारी प्रसारक सीसीटीवी से कहा, ‘यदि पहले कड़े कदम उठाए गए होते तो परिणाम अभी से कहीं ज्यादा अच्छा होता।’ हुबेई प्रांत में हुबेई और उसके आसपास के शहरों में लोगों की आवाजाही रोक दी गई है, इससे 5.6 करोड़ लोग घरों में फंसे हैं।

मा ने कहा कि ये पाबंदियां कम से कम 10 दिन पहले लगाई जानी चाहिए थीं। उन्होंने कहा, ‘मैं सोचता हूं कि यदि हमने समय पर इस तरह का कदम उठाया होता तो महामारी रोकी जा सकती थीं और वर्तमान स्थिति उत्पन्न नहीं होती।’

Source: International