साजिश या लूट, हिंदूवादी नेता के हत्यारे कौन?

लखनऊउत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में रविवार को दिनदहाड़े एक हिंदूवादी नेता की हत्या कर दी गई। विश्व हिंदू महासभा के अध्यक्ष की एक बदमाश ने गोली मारकर हत्या कर दी। घटना के वक्त रणजीत का भाई भी उनके साथ था। उसके भी हाथ पर गोली लगी है और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हत्या की वजह क्या है, यह अभी साफ नहीं हो पाया है। पुलिस ने हत्याकांड के खुलासे के लिए फिलहाल 8 टीमें लगाई हैं। उधर मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में चौकी इंचार्ज समेत चार पुलिसवालों को सस्पेंड कर दिया गया है।

इस बारे में
नवभारत टाइम्स ऑनलाइन ने लखनऊ के संयुक्त पुलिस आयुक्त (कानून-व्यवस्था) नवीन अरोड़ा से बात की। उन्होंने बताया, ‘रणजीत बच्चन ओसीआर बिल्डिंग में अपने एक फ्लैट में रहते थे, जो उन्हें समाजवादी पार्टी के कार्यकाल के दौरान आवंटित किया गया था। रविवार को अपने भाई आदित्य के साथ ग्लोब पार्क के पास मॉर्निंग वॉक पर निकले थे। घटना में घायल उनके भाई ने पूछताछ में बताया कि पीछे से एक शख्स आया, जिसने मुंह पर शॉल डाल रखी थी। पीछे से आकर उसने पिस्टल लगाई और फोन छीनने लगा। हमने विरोध किया तो उसने गोली मार दी और फरार हो गया। हमलावर अपने साथ दोनों मोबाइल भी ले गया।’

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पत्नी से विवाद, गोरखपुर में पत्नी ने दी थी तहरीर
जेसीपी अरोड़ा ने आगे बताया, ‘हादसे में रणजीत की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि आदित्य के हाथ में चोट आई है। हमारी जानकारी में आया है कि रणजीत का अपनी पत्नी से भी विवाद था और इनकी पत्नी ने गोरखपुर में इनके खिलाफ महिला थाने में तहरीर भी दी थी। फिलहाल हम मामले की हर ऐंगल से जांच कर रहे हैं। क्राइम और सर्विलांस सेल को मिलाकर कुल आठ टीमें जांच में लगाई गई हैं।’

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हत्या पर विपक्ष हुआ हमलावरबता दें कि बीते कुछ महीनों में राजधानी लखनऊ में यह दूसरे हिंदूवादी नेता की हत्या है। इससे पहले बीते साल हिंदूवादी नेता और हिंदू समाज पार्टी के अध्यक्ष कमलेश तिवारी की गला रेतकर हत्या कर दी गई थी। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने इस घटना को लेकर कहा कि अब यूपी को हत्या के लिए जाना जाने लगा है। मुख्यमंत्री कानून व्यवस्था नहीं संभाल पा रहे हैं। वह सिर्फ भाषणमंत्री बनकर रह गए हैं।

Source: National