बेंगलुरु। कर्नाटक में पूर्ववर्ती मैसूर साम्राज्य के शासक रहे टीपू सुल्तान की जयंती पर सियासी घमासान छिड़ा है। भाजपा के विरोध के बावजूद कर्नाटक सरकार आज टीपू जयंती मना रही है, जिसके विरोध में भाजपा राज्य में जगह-जगह विरोध प्रदर्शन कर रही है। टीपू जयंती मनाए जाने के विरोध में भाजपा कार्यकर्ताओं ने डिप्टी कमीश्नर के दफतर पर भी प्रदर्शन किया। मेडीकेरी में टीपू जयंती मनाए जाने के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे समूहों को पुलिस ने हिरासत में लिया। वहीं स्वास्थ्य कारणों से मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने अपने आप को इस समारोह से अलग कर लिया है। उनकी पार्टी जनता दल-सेकुलर भी समारोह से दूरी बनाए हुए है। उप मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता जी. परमेश्वरा राज्य सचिवालय में समारोह का उद्घाटन किया।
टीपू जयंती पर भाजपा के विरोध को देखते हुए पूरे राज्य में सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम किए गए हैं। पुलिस के एक शीर्ष अधिकारी ने बताया कि टीपू सुल्तान की जयंती को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए बेंगलुरु, मैसूर, कोडागू और मंगलुरु में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। इसके अलावा कोडागू, हुबली और धारवाड़ में 10 नवंबर की सुबह 6 बजे से लेकर 11 नवंबर की सुबह 7 बजे तक के लिए धारा 144 लगा दी गई है।
जनता दल सेक्युलर-कांग्रेस के गठबंधन वाली सरकार का नेतृत्व करने वाले मुख्यमंत्री एच. डी. कुमारस्वामी ने पिछले सप्ताह कहा था कि पिछली कांग्रेस सरकार की नीति को बरकरार रखते हुए 10 नवंबर को ‘टीपू जयंती’ मनाई जाएगी। ‘टीपू जयंती’ पर आयोजित प्रमुख समारोह का उद्घाटन उपमुख्यमंत्री जी परमेश्वर ने किया।