पहले चरण में महिला मतदाताओं की भूमिका होगी निर्णायक

रायपुर । छत्तीसगढ़ में 12 नवंबर को 18 विधानसभा क्षेत्रों में होने जा रहे प्रथम चरण के मतदान में पुरुषों की अपेक्षा महिला मतदाताओं की भूमिका अहम होगी। प्रथम चरण में माना जा रहा है कि महिला मतदाता निर्णायक की भूमिका में रहेंगी। प्रथम चरण में 18 विधानसभा क्षेत्रों में 190 अभ्यर्थी निर्वाचन में भाग ले रहे हैं। 18 में से 10 दुर्गम व संवेदनशील विधानसभा क्षेत्रों में सुबह 7 बजे से दोपहर 3 बजे तक व शेष 8 विधानसभा क्षेत्रों में सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक वोट डाले जायेंगे।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी छत्तीसगढ़ सुब्रत साहू ने आज शाम पत्रकारवार्ता में बताया कि प्रथम चरण में होने वाले मतदान के लिए 18 विधानसभा क्षेत्रों के 31 लाख 79 हजार 520 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे। इसके लिए चार हजार 336 मतदान केन्द्र बनाए गए हैं। प्रथम चरण में 16 लाख 21 हजार 839 महिला, 15 लाख 57 हजार 592 पुरुष तथा 89 तृतीय लिंग मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इसके लिए संबंधित विधानसभा क्षेत्रों में सभी तैयारी पूरी कर ली गई हैं। भारत निर्वाचन आयोग और छत्तीसगढ़ के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय की ओर से अधिक से अधिक मतदान सुनिश्चित करने कई मतदाता जागरूकता कार्यक्रम भी संचालित किये जा रहे हैं।
सुब्रत साहू ने बताया कि सुबह 7:00 बजे से दोपहर 3:00 बजे तक 12 नवंबर को मतदान विधान सभा क्षेत्र मोहला-मानपुर , अंतागढ़ , भानूप्रतापपुर, कांकेर, केशकाल, कोंडागांव, नारायणपुर, दंतेवाड़ा,बीजापुर और कोंटा में होगा। इसी तरह सुबह 8:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक प्रथम चरण में मतदान विधानसभा क्षेत्र खेरागढ़, डोंगरगढ़-74,राजनांदगांव, डोंगरगढ़ 76, खुज्जी, बस्तर, जगदलपुर और चित्रकोट में होगा।
सुब्रत साहू ने बताया कि प्रथम चरण में कुल कुल मतदान केंद्रों की संख्या 4336 है। प्रथम चरण में निर्वाचन कराने के लिए 17342 मतदान कार्मिक और रिजर्व 1735 कूल 19079 नियुक्त है जो शांतिपूर्ण निष्पक्ष निर्वाचन कराने के लिए मतदान केंद्रों के लिए रवाना हो चुके हैं। दुर्गम और संवेदनशील क्षेत्रों के मतदान केंद्रों में कुल 942 मतदान कार्मिकों को हेलीकॉप्टर के माध्यम से मतदान केंद्रों में निर्वाचन के लिए भेजा जा चुका है। शेष 16400 मतदान कार्मिकों को बस के माध्यम से आज मतदान केंद्रों के लिए रवाना किया जा चुका है।
सुब्रत साहू ने बताया कि विधानसभा निर्वाचन 2018 प्रथम चरण के लिए 18 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान केंद्रों को शिफ्ट किया गया है। जिसमें सुकमा में 40, बस्तर में 2, बीजापुर में 76, नारायणपुर में 18, दंतेवाड़ा में 21, कोंडागांव में 4, कांकेर में 28, राजनंदगांव में 12 इस तरह 201 मतदान केंद्र स्विफ्ट शिफ्ट किए गया है। सभी 18 विधानसभा क्षेत्र के मतदान केंद्रों में शांतिपूर्ण निष्पक्ष निर्वाचन के लिए सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए हैं। 12 नवंबर को मतदान केंद्रों में निर्वाचन के लिए मतदान दलों के अलावा 435 सेक्टर ऑफिसर लगाये गए हैं। जो प्रत्येक 2 घंटे पर मतदान प्रतिशत की जानकारी अपने रिटर्निंग ऑफिसर को उपलब्ध कराएंगे। मतदान दिवस के दिन प्रत्येक मतदान केंद्र में बीएलओ उपस्थित रहेंगे। उनके पास वर्ण क्रमानुसार मतदाता सूची उपलब्ध रहेगी,जिससे मतदाता या जान सकेंगे कि उनका नाम किस किस क्रमांक पर है। जिन भवनों में तीन या अधिक मतदान केंद्र है, वहां पृथक से एक वोटर असिस्टेंस बूथ (वीएबी) बनाया जाएगा। जिसमें कर्मचारी की पृथक से नियुक्ति की जाएगी। जो वर्ण क्रमानुसार मतदाता सूची लेकर उपस्थित रहेंगे तथा मतदाताओं को उनके क्रमांक तथा बूथ की जानकारी देंगे।
साहू ने बताया कि प्रथम चरण में 18 विधानसभा क्षेत्रों के लिए कुल मतदान केंद्र 4336, कुल कंट्रोल यूनिट 4336, कुल वीवीपीएट 4336, बैलेट यूनिट 5049 मतदान मशीन उपयोग में लाई जा रही है। 18 विधानसभा क्षेत्र में 3 विधानसभा क्षेत्र जगदलपुर, राजनांदगांव, खुज्जीमें निर्वाचन लडऩे वाले अभ्यर्थी की संख्या 16 से अधिक होने के कारण दो बैलट यूनिट का उपयोग किया जा रहा है। शेष विधानसभा क्षेत्रों में एक बैलेट यूनिट का उपयोग किया जा रहा है। भारत निर्वाचन आयोग की ओर से प्रथम चरण के सभी निर्वाचन क्षेत्रों में फोटो वोटर स्लिप का वितरण किया गया है। अवितरित फोटो स्लीप के आधार पर एएसडी वोटर लिस्ट तैयार कर मतदान दलों को उपलब्ध कराई गई है। 18 विधानसभा क्षेत्र में कुल 4336मतदान केंद्रों में से 252 मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग की सुविधा उपलब्ध कराई गई है, जिसके माध्यम से भारत निर्वाचन आयोग उन मतदान केंद्रों पर नजर रख सकता है।