एक तरफ क़द्दावर नेता तो दूसरी ओर जनता के सुख दुख के साथी

रायपुर, जनता अब ये बखूबी समझ रही है कि किसे अर्श पर और किसे फर्श पर पहुचाने की घड़ी धीरे धीरे करीब आ रही है।वही जनता इस कवायद में जुटी हुई है की मंत्री जी का घमंड और लगतार उनके इर्द गिर्द घूमने वाले क्या मंत्री जी को सही सलाह दे रहे या मुंगेरी लाल के हसीन सपनो में ही मंत्री पद दिला रहे ,यह तो आने वाला समय ही तय करेगा परंतू एक बात समझनी होगी कि क्या वजह है कि जनता जिसे अभी तक भगवान की तरह तरज़ीह देती आ रही थी वही क़द्दावर मंत्री अब जनता की आंखों की किरकिरी बन गए, लगतार उपेक्षा का दंश झेल रहे और चमचागिरी और बेकदरी से पार्टी के कार्यकर्ताओं में ही अब बगावत के स्वर बुलंद होते जा रहे जिसका पूरा फायदा कांग्रेस के दक्षिण से विधयाक प्रत्यासी कन्हैया अग्रवाल भली भांति परिचित हो रहे, वही भितरघातियों और उपेक्षा से तंग अब कांग्रेस की माला जप रहे , कन्हैया अग्रवाल जनता से सीधा संवाद कर जनता के दिलो में अच्छी पैठ बनाने में जुटे हुए है। आने वाले दिनों में मामला चौकने वाले होंगे इस कि चर्चा अब जोरो पर है।जो मंत्री का रहा ख़ास उसी के परिवार क हुआ विकास, यह कोई किस्सा कहानियों की बात नही
ऐसे कई नाम मिल जाएंगे जिनका मंत्री जी से करीबी रिश्ता रहा है आज वो मलाई छान रहा, और जिसने भी विद्रोह का रुख भी अपनाने की कोशिश की उसके पंख नही सत्ता के माध में चूर काद्द्वारो ने पुलिस की मदद से ढेरो केस लाद दिए गए एक तरफ महंगाई दूसरी ओर बढ़ती बेरोजगारी से बेखबर नेता जी

वही सूत्रों की माने तो कुछ  चमचे टाइप लोग नेता जी को ही टोपी पहनने में जुटे हुए है। सर जागते रहो और सर कही सो न जाए इस लिए चापलूसों की जमात उन्हें मनगढ़ंत लोरियों की झड़ी लगा रहे, जनता के सुख दुख से अब इन्हें कोई सरोकार नही।बैरहाल लोगो का काम है कहना पर ये पब्लिक है सब जानती है ये पब्लिक है….