प्रकृति की मार ओलावृष्टि से फसल तबाह, आखिर किसान बेचारा क्या करें

नैनपुर( सत्येंद्र तिवारी ): नैनपुर तहसील की ग्राम पंचायत गौ रक्षा पर मां खटोला और उसके आसपास के गांव में प्रकृति न कुछ इस तरह कहर दर पाया कि ओलावृष्टि में किसान की फसल को तबाह बर्बाद कर दिया किसान किसान दिन-रात की मेहनत कर खून पसीना एक कर खेतों में अपनी फसल को ले लाता देखकर खुश होता है लेकिन ऊपर वाली की मार ऐसी होती है कि वह बेचारा ना हस्त आता है नारू पाता है आज वही देखने को मिला जब कल प्रकृति ने अपना कहर ढाया तो किसान अपने खेत की फसल देखकर कलेजा पकड़ कर रह गए क्योंकि उसकी साल भर की जमा पूंजी मिनटों में तबाह हो गई कृषकों के द्वारा मौके पर हल्का नंबर 27 के पटवारी सुनीता 15 के सामने अपनी व्यथा रखी और खेत में ले जाकर बर्बाद हुई फसल को दिखाया उनके द्वारा किसानों की फसल का आकलन बहुत ही कम छत्ती बताकर टाल दिया जिस कारण वहां मौजूद प्रश्नों में आक्रोश फैल गया और उन्होंने राजस्व विभाग को एक आवेदन देकर निवेदन किया है कि क्षतिपूर्ति सही तरीके से आकलन कर कृषकों को सरकार से मुआवजा दिलवाने की कृपा करें साथ ही किसानों ने लामबंद होकर दिनांक 26 को माननीय तहसीलदार महोदय को ज्ञापन सौंपने का निर्णय लिया।
ऐसा ही नजारा कल नैनपुर के नैनपुर शहर मैं देखने को मिला कई टीन वाले कच्चे मकान के छत उड़ गए साथी नैनपुर थाने में भी यही नजारा देखने वाला मकानों के छत उड़ गए आंधी तूफान में उसी दरमियान पुलिस वालों की दरियादिली भी देखने को मिली जिन्होंने रात में जिन घरों की चूल्हे हो चुकी थी महा पहुंचकर खाना की व्यवस्था उनके लिए की यह पुलिस वालों की मानवता की मिसाल देखने को मिली हर समय पुलिस गलत नहीं होती उनके भी दिल होते हैं जो उन्होंने कल पीड़ितों की सेवा कर दर्शा दिया जिसे सभी लोगों ने दिल से सराहा और उन्हें धन्यवाद दिया।